समर्थन मूल्य पर खरीद: सरसों की पंजीयन सीमा को 120 प्रतिशत किया गया

 


जयपुर, 14 मई (हि.स.)। राज्य में समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद के लिए कृषक पंजीयन की सीमा जो पूर्व में 100 प्रतिशत तक निर्धारित थी, को बढाकर 120 प्रतिशत तक किया गया है। इस निर्णय से सरसों के लिए राज्य के 231 केन्द्रों पर 30127 किसानों को अतिरिक्त लाभ मिलेगा।

प्रबन्ध निदेशक, राजफैड़ नारायण सिंह ने बताया कि 14 मई तक 01 लाख 22 हजार 454 किसानों से 2.61 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है, जिसकी राशि 1475 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि राज्य के अधिक से अधिक किसान ई-मित्र या खरीद केन्द्र पर जाकर पंजीयन कराये ताकि समर्थन मूल्य का लाभ मिल सके। बढ़ी हुई पंजीयन सीमा के लिए किसान 15 मई से पंजीयन करा सकते हैं।

सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सरसों खरीद के लिए 14,61,028 मीट्रिक टन एवं चना खरीद 4,52,365 लाख मीट्रिक टन के लक्ष्य स्वीकृत किये गये है। सरसों एवं चना का घोषित समर्थन मूल्य क्रमशः 5650 एवं 5440 है। चना विक्रय के लिए 32351 किसानों द्वारा पंजीकरण करवाया हुआ है, जिसमें से 28620 किसानों को तुलाई दिनांक आवंटित करने के उपरांत भी मात्र 642 किसानों द्वारा 1253 मैट्रिक टन चना क्रय केन्द्रों पर लाया गया है। चने के बाजार भाव समर्थन मूल्य दर से अधिक होने के कारण किसानों द्वारा क्रय केन्द्रों पर चना विक्रय करने में रुचि नहीं ली जा रही है।

प्रबन्ध निदेशक राजफैड़ ने बताया कि किसान क्रय केन्द्र/ई-मित्र के माध्यम से आवश्यक दस्तावेज सहित यथा (गिरदावरी, बैंक पासबुक, जन-आधार कार्ड) पंजीयन शीघ्र करवायें ताकि उन्हें जिन्स तुलाई के लिए प्राथमिकता पर दिनांक आवंटित की जा सके। उन्होंने बताया कि किसान फसल को सुखाकर अनुज्ञा मात्रा की नमी का साफ-सुथरा कर एफ.ए.क्यू. मापदण्डों के अनुरूप चना-सरसों तुलाई के लिए क्रय केन्द्रों पर लाये। किसानों की समस्या समाधान के लिये किसान हेल्पलाईन नम्बर 18001806001 भी स्थापित किया हुआ है जहां किसान सम्पर्क कर अपनी समस्या का निराकरण प्राप्त कर सकते है।

हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/आकाश