उपार्जित अर्थ को अपनी जन्मभूमि या कर्मभूमि को लौटाकर सही जगह खर्च करना ईश्वरीय वरदान से ही संभव

 


बीकानेर, 17 सितंबर (हि.स.)। अर्थ उपार्जन करना मानवीय सिद्धांत है लेकिन उपार्जित अर्थ को अपनी जन्मभूमि या कर्मभूमि को लौटाकर सही जगह खर्च करना ईश्वरीय वरदान से ही संभव हो पाता है।

कलक्टर नम्रता वृष्णि ने मूंधड़ा ट्रस्ट द्वारा पूरे संभाग के मरीजों के हित में पीबीएम परिसर में बनाई जा रही मेडिसिन विंग का अवलोकन करते हुए यह बात कही। साथ ही ट्रस्ट की सराहना करते हुए बताया कि देवी लक्ष्मी की कृपा तो दुनिया में हर इंसान प्राप्त कर सकता है लेकिन अपने कमाए हुए पैसों का समाज सेवा में सदुपयोग कर मूंधड़ा ट्रस्ट ने समाज में जो मिसाल कायम की है वो वास्तव में जन जन के लिए अविस्मरनीय और प्रेरणादायक है।

ट्रस्ट प्रतिनिधि द्वारकाप्रसाद पचीसिया ने बताया कि जल्द ही इस मेडिसिन विंग का निर्माण पूर्ण कर राज्य सरकार को सुपुर्द कर दिया जाएगा ताकि जल्द से जल्द रोगियों को इसका पूर्णतया लाभ मिल सके। साथ ही मेडिसिन विंग के निर्माण की जानकारी देते हुए बताया कि इस निर्माणाधीन अस्पताल भवन में कोटेज, मरीजों को भर्ती के लिए वार्ड, आईसीयू, आईसोलेशन वार्ड, ट्रेनिंग हॉल, डॉक्टर्स चेंबर, पूरे बेसमेंट में कार पार्किंग एरिया, रोगियों की सुविधा के लिए 4 लिफ्ट, 4 सीढियां, रेम्प, 4.5 लाख लीटर का अंडरग्राऊंड वाटर टेंक, 2 लाख लीटर का ओवर हेड वाटर टेंक, फायर फाइटिंग सिस्टम, जेनरेटर सेट रूम, रोगियों के परिजनों हेतु वेटिंग एरिया व केन्टीन का निर्माण करवाया जाएगा। मेडिसिन विंग के निर्माण से पूरे बीकानेर संभाग को इसका फायदा मिलेगा। इस अवसर पर नरेश मित्तल, अनंतवीर जैन, वीरेंद्र किराड़ू, अश्विनी पचीसिया, शैलेन्द्र यादव, कुंदन मल बोहरा, पवन पचीसिया, रघुराम, नरेंद्र आदि उपस्थित हुए।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव