देश में तीन करोड़ से ज्यादा श्वानपालक, कोरोना के बाद श्वानपालन में आमजन की बढ़ी रुचि : डॉ. गहलोत
बीकानेर, 25 फ़रवरी (हि.स.)। पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय एवं केनाइन वेलफेयर सोसाइटी, बीकानेर के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को महाविद्यालय परिसर में डॉग शो आयोजित किया गया। डॉग शो में आई.जी. पुलिस, बीकानेर ओम प्रकाश मुख्य अतिथि एवं प्रो. ए.के. गहलोत, पूर्व कुलपति, राजुवास सम्मानीय अतिथि रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता, कुलपति प्रो. सतीश के. गर्ग ने की।
सम्मानीय अतिथि एवं पूर्व कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत ने कहा कि भारत में लगभग 3 करोड़ से ज्यादा श्वान पालक है। कोरोना के बाद श्वान पालन में आमजन की रूचि बढ़ी है। डॉग प्रजनन वर्तमान समय में व्यवसाय के रूप में उभरा है जो कि डॉग ब्रिडर के लिए अच्छी आय का व्यवसाय है।
कुलपति प्रो सतीश के. गर्ग ने कहा कि विश्वविद्यालय में डॉग शो का उद्देश्य आमजन, विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों एवं स्कूली विद्यार्थियों में श्वानों की विभिन्न नस्लों एवं स्वभाव की जानकारी पहुंचाना है। जहां आमजन में श्वान पालन में रूचि बढ़ी है वही श्वान एवं श्वान पालकों की सुरक्षा की जानकारी में बहुत अहम् हो गई है। देश की सीमा सुरक्षा बल, सी.आर.पी.एफ. एवं अन्य सुरक्षा से जुड़े सरकारी महकमों में श्वान एक अभिन्न अंग बन गया है अतः हमें श्वान के स्वास्थ्य, रखरखाव, खान-पान, आदि की सम्पूर्ण जानकारी आमजन तक पहुंचाना एवं उनमें श्वान पालन के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना बहुत जरूरी है।
अधिष्ठाता प्रो. ए.पी. सिंह ने सभी डॉग पालकों का स्वागत किया एवं बताया कि श्वान पालको सहित बीकानेर के आमजन भी उत्साह पूर्वक डॉग के शामिल हुए। डॉग शो में बीकानेर वासियों को प्रकार की श्वान प्रजातियों को एक साथ देखने का मौका मिला। ग्रेट डेन, सेंट बर्नार्ड, पीट बुल, जर्मन शेफर्ड, लैब्राडोर, पग, डेसन्ड, चाऊ-चाऊ प्रजाति मुख्य आकर्षक रहे। श्वान पालकों को श्वानो की विभिन्न प्रजातियों की विशेषताओं के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य प्रबन्धन पर भी आवश्यक जानकारी प्राप्त हुई। प्रो. टी.के. गहलोत, डॉ. एन.के. टीना, डॉ. जी. चौपल और डॉ. भानु गौड श्वानों की विभिन्न प्रतियोगिताओं के हेतु जज रहे। अतिथियों ने इस अवसर पर “पेट ग्रूमिंग” फोल्डर का विमोचन भी किया।
डॉग शो के आयोजन सचिव डॉ. जे.पी. कच्छावा ने बताया कि डॉग शो में लगभग 80 डॉग पालकों ने विभिन्न प्रतियोगिता हेतु रजिस्ट्रेशन करवाया। विभिन्न वेशभूषा एवं रंग बिरंगे श्रृंगार के साथ फैंसी ड्रेस कम्पीटीशन ने दर्शकों को मोहित किया। मिल्ट्री से टेªनिंग प्राप्त श्वानो हरतगेज करनामों एवं विभिन्न करतबों का प्रदर्शन किया। श्वानो की बड़ी छोटी नस्लों में सर्वश्रेष्ठ नस्ल प्रतियोगिता, ऑबिडेंस कमांड, फैन्सी ड्रेस आदि विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण किया गया। डॉ. अशोक गौड़ ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की प्रथम महिला मंजु गर्ग, निदेशक एन.आर.सी.सी. डॉ. ए. साहू, डॉ. अनिल आहूजा, डॉ. आर.के. तंवर, डॉ. जे.एस. मेहता सहित विश्वविद्यालय के डीन-डारेक्टर, विद्यार्थी एवं बड़ी संख्या में श्वान प्रेमी उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर