मोदी सरकार ने छीना ग्रामीणों का अधिकार – ऋतु चौधरी

 


उदयपुर, 20 दिसंबर (हि.स.)। मनरेगा को कमजोर करने और नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की राष्ट्रीय प्रवक्ता ऋतु चौधरी ने उदयपुर में प्रेस वार्ता कर केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मनरेगा पिछले दो दशकों से करोड़ों ग्रामीण परिवारों की आजीविका की लाइफलाइन रही है, लेकिन मोदी सरकार ने इसे योजनाबद्ध तरीके से कमजोर कर गरीबों से उनका अधिकार छीना है।

ऋतु चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 से ही मनरेगा के खिलाफ रहे हैं और संसद में इसे कांग्रेस की विफलता की निशानी तक बताया गया। पिछले 11 वर्षों में मनरेगा के बजट में कटौती, राज्यों के वैधानिक फंड रोकने, जॉब कार्ड हटाने और आधार आधारित भुगतान को अनिवार्य करने जैसे फैसलों से लगभग 7 करोड़ मजदूर योजना से बाहर हो गए। इसके चलते पिछले पांच वर्षों में मजदूरों को औसतन केवल 50 से 55 दिन का ही रोजगार मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि यह मनरेगा को खत्म करने की सोची-समझी साजिश है। कोविड-19 के बाद मनरेगा ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए जीवनरेखा साबित हुई थी, लेकिन अब सरकार इसे निष्प्रभावी बना रही है।

नेशनल हेराल्ड मामले पर बोलते हुए चौधरी ने कहा कि इस प्रकरण में मोदी-शाह के झूठ कमजोर पड़ चुके हैं। ईडी और सीबीआई जैसी संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल राजनीतिक बदले की भावना से किया जा रहा है। न तो किसी मूल अपराध के ठोस साक्ष्य हैं और न ही मनी लॉन्ड्रिंग के प्रमाण, इसके बावजूद सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल गांधी से 50 घंटे की पूछताछ को उन्होंने राजनीतिक साजिश बताया उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र, संविधान और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रखेगी। प्रेस वार्ता में प्रदेश कांग्रेस महासचिव पंकज कुमार शर्मा, उदयपुर शहर जिला अध्यक्ष फतह सिंह राठौड़ सहित कई कांग्रेस नेता उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता