औषधीय पौधों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए भूमि को समृद्ध करने की आवश्यकता : प्रो. प्रजापति

 


जोधपुर, 22 नवम्बर (हि.स.)। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय जोधपुर के मानव संसाधन विकास केन्द्र के तत्वावधान में मेरी माटी मेरा देश विषयक एक दिवसीय कार्यशाला आज 22 नवम्बर 2023 को आयोजित की गयी। कार्यशाला में तीन अतिथि व्याख्यानों का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति प्रो. (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि औषधीय पौधों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए भूमि को समृद्ध करने की आवश्यकता है। उन्होंने मिट्टी की गुणवत्ता का महत्त्व बताते हुए गांव -गांव तक औषधीय पौधों के रोपण करने की संस्कृति विकसित करते हुए आयुर्वेद के उपयोग को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता बताई।

कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ. लालसिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक, राष्ट्रीय पर्यावरण अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (नीरी), नागपुर ने मेडिसिनल प्लांट डाइवर्सिटी विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने इको रिजुवेशन टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से बताते हुए मिट्टी के मिनरोलॉजिकल कंपोजिशन एवं बायो एंजाइम के विषय पर प्रकाश डाला। डॉ. सिंह ने उनके मिट्टी से संबंधित किये गये प्रमुख शोध कार्यों के बारे मे बताया एवं स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयोगी औषधीय पौधों की विभिन्न प्रजातियों के बारे विस्तार से वर्णन किया।

इसके अतिरिक्त जयपुर से आये विशेषज्ञ अंजनी किरोड़ीवाल का मिट्टी के पात्रों का स्वास्थ्य पर प्रभाव विषयक व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने मिट्टी के आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक एवं स्वास्थ्य विषयक महत्त्व के बारे में विस्तार से बताया एवं दैनिक जीवन में मिट्टी के बर्तन की उपयोगिता के महत्त्वपूर्ण तथ्यों के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन रेजिडेंट डॉ. खुशबू ने किया एवं डीन रिसर्च प्रो. प्रेम प्रकाश व्यास, विभागाध्यक्ष स्नातकोत्तर कौमारभृत्य विभाग ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप