ट्रैक नवीनीकरण, डीप स्क्रीनिंग, पुलों का अनुरक्षण, रोड़ अंडर ब्रिज, रोड़ ओवर ब्रिज सहित अनेक कार्य प्रगति पर
जयपुर, 14 जून (हि.स.)। मई माह में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 10 किलोमीटर कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूअल व 26 किलोमीटर ट्रैक की डीप स्क्रीनिंग की गई तथा 87 स्थाई गति प्रतिबंधों पर समय मार्जिन को कम किया गया। रेल संचालन में संरक्षा भारतीय रेलवे की प्राथमिकता है और संरक्षा को सुदृढ़ किये जाने के लिए अनेक कार्य किये जा रहे है, जिससे रेल संचालन को संरक्षित व सुगम बनाया जा सकें। रेलवे द्वारा ट्रैक अनुरक्षण के लिए आधुनिकतम तकनीक का उपयोग किया जा रहा है, जिससे कार्य की गति बढ़ने के साथ-साथ गुणवत्ता में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक अमिताभ के नेतृत्व में उत्तर पश्चिम रेलवे पर संरक्षा को सर्वोपरि लक्ष्य मानकर कार्य किए जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर ट्रैक के सुदृढ़ीकरण के लिए कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूअल, थ्रु रेल रिन्यूअल व डीप स्क्रीनिंग के कार्य लक्ष्यानुसार किए जा रहे है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर मई माह में लगभग 10 किलोमीटर ट्रैक का कम्प्लीट ट्रैक रिन्यूअल (सीटीआर) व 8 किलोमीटर ट्रैक का थ्रु रेल रिन्यूअल (टीआरआर) का कार्य पूरा किया गया। इसके साथ ही 26 किलोमीटर ट्रैक की डीप स्क्रीनिंग की गई व 53 पाइंट्स पर डीप स्क्रीनिंग टर्न आउट कार्य किया गया। अनुरक्षण कार्यों में उल्लेखनीय प्रगति के फलस्वरूप उत्तर पश्चिम रेलवे पर 87 स्थाई गति प्रतिबंधों (पीएसआर) पर समय मार्जिन को कम किया गया है।
रेलमार्गों पर स्थित पुलों को मजबूती प्रदान करने के क्रम में पुलों का अनुरक्षण कर सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। मई माह में उत्तर पश्चिम रेलवे पर 5 पुलों का सुदृढ़ीकरण किया गया तथा 3 रोड़ अण्डर ब्रिज व 1 रोड ओवर ब्रिज का भी निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त 4 मानवसहित समपार फाटकों को समाप्त किया गया है। रोड़ अण्डर ब्रिज व ओवर ब्रिज के निर्माण कार्यों से समपार फाटकों पर सड़क उपयोगकर्ताओं की नासमझी से होने वाली दुर्घटनाओं में भी कमी दर्ज की गई है। रेलवे का रेल संचालन में संरक्षा प्रमुख ध्येय है तथा रेलवे का प्रयास है कि संरक्षा कार्यो को लक्ष्यानुसार सम्पादित किया जाए और यात्रियों को सुगम, तीव्र और संरक्षित रेल माध्यम उनके गतंव्य तक पहुंचाया जाए।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर