कोटा में प्रबुद्ध महिला सम्मेलन 'तेजस्विनी' 17 दिसंबर को
कोटा, 14 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय जन कल्याण समिति द्वारा रविवार 17 दिसंबर को कोटा में प्रबुद्ध महिला सम्मेलन ‘तेजस्विनी’ का विराट आयोजन किया जायेगा। चित्तौड़ प्रांत की महिला समन्वय सह संयोजिका डॉ.नील प्रभा नाहर ने बताया कि भारतीय संस्कृति में स्त्री की क्षमता और उसके वास्तविक स्वरूप को सामने लाने के उद्देश्य से देशभर में कुल 411 शहरों में प्रबुद्ध महिला सम्मेलन होंगे। प्रदेश के चित्तौड़ प्रांत में अब तक चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, राजसमंद में यह सम्मेलन हो चुके हैं। कोटा के स्वामी विवेकानंद विद्यालय, महावीर नगर तृतीय के श्री रामशान्तय सभागार में यह सम्मेलन प्रातः 11 से शाम 4 बजे तक होगा।
आयोजन समिति की संयोजिका डॉ अनुपमा चतुर्वेदी ने बताया कि एक दिवसीय सम्मेलन में तीन विशेष सत्र होंगे। जिसमें सामयिक विषयों पर चर्चा एवं मंथन होगा। अब तक कोटा व बूंदी जिले की लगभग 1000 महिलाओं का पंजीयन हो चुका है। अल्पाहार व भोजन के अतिरिक्त महिलाओ के मनोरंजन हेतु प्रदर्शनी, स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा स्टाल, सेल्फी पॉइंट व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जायेंगे।कोटा विभाग संयोजिका श्वेता जैन के अनुसार विभिन्न संगठनों की कार्यकर्ता पिछले कई महीनों से सभी वर्गों एवं समूहों की महिलाओं के पंजीयन कर सम्मेलन में उनकी सहभागिता सुनिश्चित कर रही है। दशहरा पर्व पर महामण्डलेश्वर साध्वी हेमा सरस्वती ने सम्मेलन के पोस्टर का विमोचन किया था।
आयोजन समिति सहसंयोजिका गिरिजा सुमन, प्रबंधन समिति प्रमुख वंदना मित्तल व अन्य कार्यकर्ताओ ने बताया कि पंजीकृत बहिनें पंजीयन काउंटर पर 10 बजे उपस्थिति देंगी। प्रातः 11 बजे से सत्र प्रारंभ हो जाएंगे। डॉ.नील प्रभा ने कहा कि पूरे विश्व में जब भारतीय संस्कृति को देखने की दृष्टि बदली है तो यह आवश्यक है कि हम महिलाएं एकजुट होकर भारतीय स्त्री का वास्तविक स्वरूप दुनिया के सामने लाएं। भारतीय चिंतन में स्त्री का स्थान कहां है, उसकी क्षमताएं कितनी है और मुख्य समस्याएं क्या हैं, जैसे ज्वलंत मुद्दों पर नारी शक्ति में सामूहिक विचार मंथन करने के लिये पूरे देश में प्रबुद्ध महिला सम्मेलन ‘तेजस्विनी’ आयोजित किये जा रहे हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/अरविंद/ईश्वर