तीन दिवसीय लोकानुरंजन मेला शनिवार से
जोधपुर, 15 मार्च (हि.स.)। राजस्थान संगीत नाटक अकादमी की ओर से लोकानुरंजन मेला 16 से 18 मार्च को टाउन हॉल में आयोजित होगा। इस बार मेले में 12 राज्यों के करीब 750 कलाकार अपनी लोकरंजक परंपरागत लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे।
अकादमी सचिव एमडी मीना ने बताया कि यह आयोजन पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर, उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, प्रयागराज, उतर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला, भारतीय लोक कला मंडल, उदयपुर और हरियाणा कला परिषद, चंडीगढ़ के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित होगा।
पहला चरण 16 मार्च की शाम 6 बजे टाउन हॉल के खुले मैदान में होगा जहां लंगा सिम्पोनी भंवरू खां लंगा, तेरहताल गंगादेवी देवी, पारदला, कालबेलिया नृत्य मोहनी देवी, जोधपुर चकरी नृत्य जनता, चाचौडा रिग भवाई बन्ने सिंह, अलवर शहरिया नृत्य गोपाल धानुक, शाहबाद, कठपुतली प्रेमराम भाट, जोधपुर मयूर नृत्य जितेन्द्र पाराशर, डीग बम्ब नृत्य दिलीप विजय, लक्ष्मणगढ़, नगाडा वादन कैलाश पुष्कर, शहनाई वादन ऐहसान, जोधपुर भंपग वादन यूसूफ खां, अलवर, कच्ची घोड़ी बनवारीलाल, लांल आंगी गैर उकाराम परिहार, बालोतरा, करतब रामजीत, जोधपुर बारात, जादूगर व मदारी राधेश्याम व जीतराम, जोधपुर बहुरूपिया अकरम खां, बांदीकुई डांस खास आकर्षण होंगे।
दूसरे चरण में शाम 7.30 बजे से प्रेक्षागृह में पंजाब का भांगड़ा व गिद्दा, हरियाणी की घूमर, फाग, पणिहारी नृत्य, गुजरात के डांग, गरबा रास, महाराष्ट्र की लावणी व कोला, उत्तराखंड का थाडीया चाहुफुला और बारहमासा जुममेला, हिमाचल प्रदेश के नाटी दीपक व लमड़ा नृत्य व मध्य प्रदेश का बधाई व नौरता के प्रदर्शन होंगे। समारोह के दौरान प्रेक्षागृह में राजस्थान के कलाकारों में लंगा, मांगणियार गायन, मयूर, व कालबेलिया नृत्य, अलगोजा वादन, चरी नृत्य इत्यादि होंगे। कार्यक्रम में एंट्री फ्री होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप