न्यायिक कार्य ठप, वकीलों की हड़ताल जारी

 


जोधपुर, 13 मार्च (हि.स.)। राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन एवं राजस्थान हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन जोधपुर के संयुक्त आह्वान पर बीकानेर में हाईकोर्ट की वर्चुअल बैंच के प्रस्ताव के विरोध में अधिवक्ताओं की हड़ताल बुधवार को लगातार तीसरे दिन जारी रही। अधिवक्ताओं ने आज भी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार जारी रखा जिससे न्यायिक कार्य ठप हो गए है।

लॉयर्स एसोसिएशन अध्यक्ष आनंद पुरोहित व एडवोकेट्स एसोसिएशन अध्यक्ष रतनाराम ठोलिया के नेतृत्व में अधिवक्ता पिछले तीन दिनों से स्वैच्छिक रूप से कार्य बहिष्कार कर रहे हैं। अधिवक्ताओं का न्यायिक कार्य बहिष्कार आज भी जारी रहा। दोनों एसोसिएशन के अधिवक्ताओं की समिति ने आज हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से भेंट की और बीकानेर सहित राज्य के किसी भी जिले में उच्च न्यायालय की बैंच, सर्किट बैंच अथवा वर्चुअल बैंच का गठन नहीं किए जाने के लिए अधिवक्ताओं द्वारा किए जा रहे आंदोलन से अवगत करवाया। साथ ही इस मामले में हस्तक्षेप किए जाने का निवेदन किया।

समिति द्वारा यह भी निर्णय लिया गया है कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व जोधपुर सांसद गजेंद्रसिंह शेखावत सहित जनप्रतिनिधियों से मिलकर न्यायिक राजधानी जोधपुर से हाईकोर्ट को खंडित किए जाने की कार्रवाई को रोकने के लिए सहयोग की मांग की जाएगी। बता दे कि देश के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की हाल ही बीकानेर यात्रा के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा शुरू करने से जुड़े वक्तव्य के बाद मुख्य पीठ और जोधपुर की अधीनस्थ अदालतों में प्रैक्टिस कर रहे अधिवक्ता विरोध कर रहे हैं। दरअसल ई कोर्ट के तीसरे चरण की जिस योजना के तहत बीकानेर में हाईकोर्ट की सुनवाई से जुडऩे के लिए वीसी सिस्टम स्थापित करने का जिक्र किया गया है, उसी योजना में वर्चुअल कोर्ट स्थापना का भी प्रस्ताव दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि वीसी से शुरुआत करके अंत में मुख्य पीठ की अक्षुण्णता भंग करने की दिशा में कदम बढ़ाया जा रहा है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर