कोटा मंडल को मिला दूसरा गति शक्ति कार्गो टर्मिनल, मांडलगढ़ से खुलेगा नए व्यापार और रोजगार का मार्ग

 


काेटा, 29 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा मंडल में माल ढुलाई अवसंरचना को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में मांडलगढ़ (एमएलजीएच) स्टेशन पर कोटा मंडल का दूसरा गति शक्ति कार्गो टर्मिनल (जीसीटी) प्रारंभ हो गया है। यह टर्मिनल भारत सरकार के उपक्रम कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड द्वारा विकसित एवं संचालित किया गया है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक साैरभ जैन के अनुसार मांडलगढ़ में स्थापित यह गति शक्ति कार्गो टर्मिनल लगभग 1,85,771.83 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में विकसित किया गया है, जिसे ड्राई पोर्ट के रूप में विकसित किया गया है। इस टर्मिनल पर कस्टम्स से जुड़ी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे निर्यात-आयात से संबंधित गतिविधियों को स्थानीय स्तर पर ही सुविधा मिल सकेगी। इस टर्मिनल से प्रतिमाह औसतन लगभग 10 माल रेकों के संचालन की संभावना है, जिससे रेलवे को लगभग 2.0 करोड़ रुपये मासिक राजस्व अर्जित होने का अनुमान है। जीसीटी को 35 वर्षों की लीज पर विकसित किया गया है, जिससे क्षेत्र में दीर्घकालिक लॉजिस्टिक गतिविधियों को स्थायित्व मिलेगा।

मांडलगढ़ जीसीटी के माध्यम से भीलवाड़ा एवं आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में उत्पादित यार्न (धागा) तथा स्टोन उद्योग से जुड़े माल का परिवहन अब कंटेनरों के माध्यम से सीधे मुंद्रा पोर्ट तक किया जा सकेगा। इससे पूर्व यार्न का परिवहन भीलवाड़ा से जयपुर तक सड़क मार्ग द्वारा किया जाता था, जिससे लागत एवं समय दोनों अधिक लगते थे। इस नए टर्मिनल के प्रारंभ होने से क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे, स्थानीय व्यापार को रेल आधारित माल ढुलाई का सशक्त विकल्प मिलेगा तथा सड़क मार्ग पर निर्भरता में भी कमी आएगी।

उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कोटा मंडल का पहला गति शक्ति कार्गो टर्मिनल सुंदलक स्टेशन पर स्थापित किया गया था। मांडलगढ़ में दूसरे जीसीटी की शुरुआत से कोटा मंडल भारतीय रेलवे की गति शक्ति नीति के अंतर्गत लॉजिस्टिक हब के रूप में तेजी से उभर रहा है, जिससे क्षेत्रीय उद्योगों को बेहतर परिवहन सुविधा और रेलवे को स्थायी माल ढुलाई राजस्व प्राप्त होगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव