संगठित हिंसा के विरोध में किशनगढ़ बंद रहा सफल

 




अजमेर, 18 जून (हि.स.)। अजमेर के नजदीक बबायचा गांव में हुई घटना के विरोध में किशनगढ़ मंगलवार को बंद रहा। हिन्दुवादी संगठनों के आह्वान पर सकल हिन्दु समाज ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर बंद को अपना समर्थन दिया। सवेरे से आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। बंद के दौरान प्रतिष्ठान बंद करवाने को लेकर एक-दो स्थानों पर छिटपुट नोकझोक को छोड़कर बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। हिन्दुवादी संगठनों के खुली दुकानों को बंद करवाने को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा। मदनगंज थाने के अलावा गांधीनगर और शहर थाना पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात रहे।

अजमेर के नजदीक बबायचा गांव में सोमवार को बच्चों की किसी बात को लेकर बड़ों के बीच तनाव कायम हो गया था। इस घटना के विरोध में विश्व हिन्दू परिषद ने सोमवार को ही किशनगढ़ बंद का आह्वान कर दिया था। सोशल मीडिया पर बंद का आह्वान वायरल होने के साथ ही शहर में बंद को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया था। मंगलवार सवेरे से ही शहर में मदनगंज के साथ किशनगढ़ शहर के मुख्य बाजारों में बंद का व्यापक असर दिखना शुरू हो गया। सवेरे से ही आह्वान के मद्देनजर व्यापारिक प्रतिष्ठान नहीं खुले। जिन बाजारों में छिटपुट व्यापारियों ने दुकानें खाेल भी ली, विभिन्न हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं की रैली को देख बंद भी कर ली। कुछ स्थानों पर हिन्दुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं और व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मालिकों के बीच बंद कराने को लेकर छिटपुट नोकझोक हुई। पुलिस प्रशासन की समझाइश पर नोकझोक विवाद में तब्दील नहीं हुई। आवश्यक सेवाओं की दुकानों को छोड़ कमोबेश बाजार पूरी तरह बंद रहे। बंद को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। शहर के मुख्य बाजार में मदनगंज थाने के अलावा गांधीनगर और शहर थाने का पुलिस अमला भी बंद के दौरान किसी भी अप्रिय वारदात को टालने के लिए अलर्ट मोड पर रहा।

विहिप के जिला सचिव श्याम सोनी ने बताया कि सोमवार को बबायचा निवासी नरेश फुलवारी के परिवार को मुस्लिम परिवार द्वारा केवल इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि उसकी डीपी पर गर्व से कहो हिंदू हैं तथा धर्मो रक्षति रक्षितः जैसे वाक्य लिखे गए। पहले उनके घरों पर कश्मीर घाटी की तरह ही पत्थरबाजी की गई, बाद में 7-8 मुस्लिम लोगों ने गाली-गलौज और माता-पिता तथा बहन के साथ मारपीट की। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन घटनाओं को प्रशासन और हिंदू समाज सामान्य मानकर नजरंदाज नहीं करें और प्रशासन गंभीरता पूर्वक कार्रवाई करें। इसी उद्देश्य से आज किशनगढ़ बंद का आह्वान किया।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप