पहली बार सरकारी बैठक में शामिल होकर मंत्री किरोड़ीलाल ने दिए इस्तीफा नहीं देने के संकेत

 


जयपुर, 21 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की ओर से प्री-बजट मीटिंग में किसानों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा भी जुड़े। ऐसे में मंत्री मीणा के इस्तीफे को लेकर चल रहा संशय खत्म हो गया। किरोड़ीलाल मीणा लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद पहली बार किसी सरकारी बैठक में मंत्री के तौर पर आधिकारिक रूप से शामिल हुए हैं।

सीएम की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्री-बजट बैठक हुई। बैठक में सीएम ने किसान, पशुपालक और डेयरी प्रतिनिधियों के साथ बजट पूर्व संवाद किया। बैठक में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, जलसंसाधन मंत्री सुरेश रावत, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक मौजूद रहे, जबकि कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा सवाईमाधोपुर से वीसी से जुड़े। चार दिन पहले एक बयान में मंत्री किरोड़ी ने साफ कर दिया था कि वे अपना काम करते रहेंगे। इसके बाद से उनके इस्तीफे को लेकर चल रहे संशय पर विराम लग गया था। लोकसभा चुनाव में मंत्री किरोड़ी को पीएम नरेंद्र मोदी ने सात लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी थी। मंत्री ने कहा था कि इन सात में से एक भी सीट हारे तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट पर पार्टी को हार मिली। इसके बाद से किरोड़ीलाल मीणा ने अपने कामकाज से दूरी बना ली थी।

करीब छह दिन पहले किरोड़ीलाल मीणा माउंट आबू के दौरे पर थे। इस दौरान उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने मुंह पर अंगुली रख ली थी। इसके दो दिन बाद ही सिरोही जिले में स्थित ब्रह्मकुमारी आश्रम के किसान सम्मेलन में उन्होंने कहा था कि मैं राजस्थान का मंत्री हूं, प्रदेश को कैसे आगे ले जाया जा सकता है। इस स्थान से प्रेरणा प्राप्त करके मैं राजस्थान को आगे ले जाने की कोशिश करूंगा। लोकसभा चुनावों के परिणामों से पहले रुझानों में बीजेपी को 11 सीटें हारते देख ही मीणा ने दोपहर में ही सोशल मीडिया पोस्ट करके इस्तीफे के संकेत दे दिए थे। उन्होंने रामचरित मानस की चौपाई- रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई, लिखकर संकेत दिए कि वे अपनी घोषणा से पीछे नहीं हटेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप