खालसा सिरजना दिवस बैसाखी 14 अप्रैल को, गुरुद्वारों में सजेंगे कीर्तन दीवान

 


जयपुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। खालसा सिरजना दिवस बैसाखी पर 14 अप्रैल को सभी गुरुद्वारों में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस मौके पर गुरुद्वारों में अखंड पाठ साहिब का भोग, आशा दीवार, कीर्तन दीवान सहित अनेक आयोजन होंगे। सभी गुरुद्वारों में कीर्तन दीवान की समाप्ति के बाद गुरु का अटूट लंगर वरताया जाएगा। राजापार्क, सेठी कॉलोनी, हीदा की मोरी, जवाहर नगर स्थित गुरुद्वारों में बड़े स्तर पर बैसाखी का पर्व मनाया जाएगा। गुरुद्वारा श्री गुरु नानक दरबार वैशाली नगर में 13 अप्रेल को शाम का दीवान सजाया जाएगा। अगले दिन 14 अप्रैल को सुबह 6:30 से 8:30 बजे तक आशा दीवार का पाठ होगा। इसके बाद कीर्तन दीवान सजाया जाएगा। इसमें भाई मंजीत सिंह पठानकोट वाले और दाढ़ी जत्था भाई सुखविंदर सिंह आरफ (सबरावा वाले) शबद कीर्तन से संगत को निहाल करेंगे।

गुरुद्वारा नेहरू नगर पानीपेच में 13-14 अप्रैल को सुबह आसादीवार का पाठ किया जाएगा। 13 अप्रैल को सुबह 10 से दोपहर 2:30 बजे तक कीर्तन दीवान सजाया जाएगा। भाई सत्येंद्र पाल सिंह, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, भाई अलख सिंह, हजूरी रागी, नेहरू नगर और भाई गुरमीत सिंह जी जयपुर वाले कीर्तन से संगत को निहाल करेंगे। 14 अप्रेल को सुबह 10 से 12 बजे तक कीर्तन दीवान सजाया जाएगा। गुरुद्वारा हीदा की मोरी में 13 अप्रैल को सुबह 10 बजे श्री अखंड पाठ साहिब का भोग पड़ेगा। इसके बाद भाई सत्येंद्र पाल सिंह, हजूरी रागी श्री दरबार साहिब शबद कीर्तन करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर