सात दिवसीय प्राकृत शिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
जयपुर, 19 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर में प्राकृत शिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यशाला में 57 शिक्षार्थियों ने भाग लिया।
कार्यशाला में प्रतिदिन छह कालांशों के माध्यम से प्राकृत भाषा और साहित्य को समझने और सीखने के लिए प्राकृत भाषा का इतिहास, स्वरपरिवर्तन, व्यंजन परिवर्तन, संयुक्त व्यंजन परिवर्तन, असंयुक्त व्यंजन परिवर्तन, समास, वाक्य व्यवहार, काल, कृदन्त ज्ञान, महाकाव्य, खण्डकाव्य, मुक्तककाव्यों का परिचय, शौरसेनी एवं अर्धमागधी परम्परा के आगमों का परिचय आदि प्राकृत के विविध विषयों का अध्ययन कराया।
कार्यशाला में प्रो. जयकुमार जैन, मुजफ्फरनगर, प्रो. धर्मचन्द्र जैन, जयपुर, प्रो. कमलेश कुमार जैन, जयपुर, डाॅ. धर्मेंन्द्र कुमार जैन जयपुर, डाॅ. सतेन्द्र कुमार जैन, जयपुर, डाॅ. दर्शना जैन, जयपुर तथा डाॅ. प्रभात कुमार दास, जयपुर ने अध्यापन कार्य कराया।
हिन्दुस्थान समाचार/ इंदु/ईश्वर