करौली-धौलपुर : दिल्ली दरबार में होगा टिकट का फैसला
धौलपुर, 16 मार्च (हि.स.)। देश में लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान हो चुका है। चुनाव आयोग के मुताबिक राजस्थान में कुल 25 लोकसभा सीटों के लिए दो चरण में 19 एवं 26 अप्रैल को चुनाव होगा। लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर शासन और प्रशासन की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। वहीं, राजनीतिक रूप से टिकट वितरण का मामला अभी फिसड्डी ही साबित हो रहा है। सूबे की करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर पहले चरण में 19 अप्रेल को मतदान होना है, लेकिन अब भी भारतीय जनता पार्टी औऱ कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जाना बाकी है। लोकसभा चुनाव के समर में उतरने वाले योद्धाओं की दावेदारी फिलहाल सोशल मीडिया तथा पोस्टर एवं होर्डिंग्स में ही दिखाई पड़ रही है।
राजस्थान के पूर्वांचल में आने वाली करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही मुकाबला रहता है। उत्तरप्रदेश से सटी इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी का कुछ असर रहता है। लेकिन वर्ष 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा का ही दबदबा रहा है। यहां वर्ष 2009 में कांग्रेस तथा वर्ष 2014 एवं 2019 में भाजपा जीती है।
करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के चुनावी अतीत पर गौर करें तो, करौली -धौलपुर सीट पर वर्ष 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस के खिलाड़ी लाल शैरवा सांसद निर्वाचित हुए थे। बैरवा ने भाजपा के प्रत्याशी डॉ. मनोज राजोरिया को करीब 29 हजार 723 मतों से हराया था। इसके बाद वर्ष 2014 में हुए संसदीय चुनाव में इस सीट से भाजपा के डॉ. मनोज राजोरिया जीते। डॉ. राजोरिया ने कांग्रेस के लखीराम को 27 हजार 216 वोटो से हराकर इस सीट को भाजपा के खाते में ला दिया। इसके बाद वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में करौली -धौलपुर संसदीय सीट पर भाजपा और डॉ. मनोज राजोरिया का कब्जा बरकरार रहा। इस चुनाव में डॉ. राजोरिया ने कांग्रेस के संजय कुमार जाटव को करीब 97 हजार 682 मतों से हरा दिया।
टिकट वितरण में देरी के संबंध में भाजपा जिला अध्यक्ष सत्येंद्र पाराशर ने बताया के पार्टी के टिकट के लिए करीब डेढ़ दर्जन लोगों ने अपने आवेदन दिए हैं। इन सभी दावेदारों के नाम प्रदेश इकाई के मार्फत दिल्ली भेजे गए हैं, जहां पार्टी का संसदीय बोर्ड प्रत्याशी के नाम पर अंतिम मोहर लगाएगा। वहीं, कांग्रेस जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी शर्मा के मुताबिक कांग्रेस की टिकट के लिए करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने अपने आवेदन जिला यूनिट को दिए हैं। इन आवेदनों का पैनल बनाकर पीसीसी के जरिए पार्टी के दिल्ली कई को भेजा गया है, जहां केंद्रीय चुनाव समिति टिकट का अंतिम फैसला करेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/संदीप