जेएनवी विश्वविद्यालय में एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया को लेकर लगातार दूसरे दिन हंगामा

 


जोधपुर, 01 मार्च (हि.स.)। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी सहित 85 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को विद्यार्थी परिषद की ओर से लगातार दूसरे दिन भी प्रदर्शन किया गया। इस दौरान एबीवीपी की ओर से कुलपित के पुतले की शव यात्रा निकाली और फिर उसका दहन किया। बाद में छात्र प्रदर्शन करते हुए कुलपति कार्यालय तक पहुंचे। यहां कुलपति के साथ उनकी बहस भी हुई। कुलपति से सही आश्वासन नहीं मिलने पर छात्र कुलपति कार्यालय में धरने पर बैठ गए। उन्होंने वहां हनुमान चालीसा का भी पाढ़ किया।

दरअसल एबीवीपी के कार्यकर्ता एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए लगातार प्रदर्शन कर रहे है। उन्होंने कहा कि एमपीईटी की प्रवेश प्रक्रिया में कई पूर्व छात्रनेता भी शामिल हैं जो अपने रसूख के दम पर इस प्रक्रिया में शामिल हुए। मैनेजमेंट विभाग की ओर से बिना फॉर्म भरे ही इसमें छात्रा को टॉपर के तौर पर प्रवेश दे दिया गया। एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे को लेकर गुरुवार को प्रदर्शन किया था। छात्रों ने आज भी यहां प्रदर्शन किया। उन्होंने आज एक बार फिर कुलपति का पुतला दहन किया। छात्रों ने कुलपति से एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी के लेकर घेराव करते हुए तीखे सवाल भी पूछे।

कुलपति ने इसको लेकर कोई जवाब नही दिया तो उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ करना शुरू कर दिया। उन्होंने वीसी से इस्तीफा भी मांगा। छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी में जो गड़बडिय़ां चल रही है उसे चलने नहीं देंगे। विवि प्रशासन द्वारा 25 हजार स्टूडेंट के साथ धोखा कर चहेतों को इस प्रवेश प्रक्रिया में लाभ पहुंचाया गया। छात्र नेताओं का कहना था कि कुलपति की ओर से यूनिवर्सिटी में हुई गड़बडिय़ों को लेकर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। इसके चलते यहां पढऩे वाले छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है।

बता दें कि एबीवीपी की ओर से यूनिवर्सिटी में एमपीईटी प्रवेश प्रक्रिया में गड़बड़ी सहित 85 सूत्रीय मांगों को लेकर कुलपति को पूर्व में ज्ञापन भी दिया गया था। इसको लेकर गुरुवार को भी प्रदर्शन किया गया था। सकारात्मक आश्वासन नहीं मिलने के बाद आज छात्र उग्र प्रदर्शन पर उतर आए। कुछ दिन पहले भी एबीवीपी की ओर से इन मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान कुलपति ने नाटकीय घटनाक्रम में राज भवन के नाम इस्तीफा अपने पीए को दे दिया था। हालांकि दो दिन बाद ही कुलपति ने अपने ही निर्णय से पलटते हुए वापस जॉइन भी कर लिया था।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप