जानकी नवमी: विभिन्न सीताराम मंदिरों में मनाई गई जानकी नवमी

 


जयपुर, 17 मई (हि.स.)। वैशाख शुक्ल की नवमी पर शुक्रवार को विभिन्न सीताराम जी मंदिरों में जानकी नवमी बड़ी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर मंदिर में जनक दुलारी जानकी का जन्माभिषेक कर ऋतु पुष्पों से आकर्षण श्रृंगार किया गया। जन्मोत्सव पर बधाई गान और उछाल की गई। इस अवसर पर सीताराम मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। श्री गलताजी सीताराम मंदिरतीर्थं नगरी श्री गलताजी में स्थित सीताराम मंदिर में अति प्राचीन प्रतिमाओं का गलता पीठाधीश्वर अवधेशाचार्य महाराज के सानिध्य में विशेष पूजा-अर्चना की गई।

श्री गलता पीठ के युवाचार्य राघवेंद्र ने बताया कि दिव्य औषधियों से अति प्राचीन प्रतिमाओं का अभिषेक किया गया। जिसके पश्चात विशेष झांकी सजाई गई। जानकी नवमी पर्व पर मंदिर प्रांगण में सैकड़ो की संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए।चांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र जी मंदिरचांदपोल बाजार स्थित रामचंद्र जी मंदिर में भी श्री जानकी नवमी का उत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें सैकड़ो की संख्या श्रद्धालुओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। श्री जानकी नवमी पर्व पर मंदिर परिसर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया।

छोटी चौपड़ के खंदा कोतवाली स्थित सीताराम मंदिर में जानकी नवमी पर विशेष उत्सव आयोजित किया गया। जिसमें श्रद्धालुओं ने जानकी जी के चरणों के दर्शन किए।

गौरतलब है कि पूरे साल भर में माता जानकी जी के श्री चरणों के दर्शन केवल इसी दिन होते हैं। सुबह पांच बजे मंगला आरती के बाद साढ़े 7 बजे धूप आरती का आयोजन हुआ, जिसके बाद सुबह 8 बजे श्रृंगार आरती की गई। सवा 11 बजे जानकी जी का पंचामृत कर जन्म आरती का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या भक्तगण मंदिर परिसर में मौजूद रहे। शाम 7 बजे दीपोत्सव मनाया गया। दीपोत्सव में सैकड़ो दीपकों से मंदिर परिसर दीपावली की तरह जगमगा उठा।

दिल्ली रोड स्थित खोले के हनुमान जी मंदिर में भी श्री जानकी नवमी काफी धूमधाम से मनाई गई। जहां पर माता जानकी का पंचामृत से अभिषेक कर उनका अद्भुत श्रृंगार कर उन्हे फूल बंगला में विराजमान किया गया। जिसके पश्चात मंदिर परिसर में बधाई गान व उछाल की गई। इसी के साथ रेलवे स्टेशन मंदिर, पापड़ के हनुमान मंदिर परिसर में स्थित राम मंदिर, आदर्श नगर स्थित राम मंदिर सहित अन्य सभी राम मंदिरों में जानकी का प्राकट्योत्सव बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर