सोनार दुर्ग में मनाया जैसलमेर का 869वां स्थापना दिवस, रियासत कालीन ध्वज फहराया गया और उसकी पूजा की
जैसलमेर, 17 अगस्त (हि.स.)। जैसलमेर का 869वां स्थापना दिवस शनिवार को जैसलमेर के सोनार दुर्ग में मनाया गया। राजपरिवार द्वारा रियासत कालीन ध्वज फहराया गया और उसकी पूजा की गई। इस दौरान यज्ञ हवन का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर राजपरिवार सदस्यों समेत पाट पुरोहित व गणमान्य लोग मौजूद रहे। सोनार दुर्ग में राजपरिवार सदस्यों व पूर्व महारावल चैतन्य राज सिंह ने शनिवार को जैसलमेर का स्थापना दिवस मनाया। पूर्व महारावल ने इस मौके पर सभी जिले वासियों को शुभकामनाएं दी।
1156 ईस्वी में हुई थी स्थापना
पाकिस्तान सरहद पर बसा सीमावर्ती जिला जैसलमेर। जैसलमेर के सिरमौर कहे जाने वाले सोनार दुर्ग जिसकी स्थापना महारावल जैसल देव द्वारा 1156 ईस्वी (वि. स. 1212 में श्रावण सुदी बारस) को की गई थी। इस साल जैसलमेर का 869वां स्थापना दिवस बड़ी सादगी से जैसलमेर दुर्ग महल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पूर्व महारावल चैतन्यराजसिंह द्वारा भाटी कुल की कुलदेवी मां स्वांगियां की पूजा अर्चना कर की गई। इसके बाद जैसलमेर के संस्थापक महारावल जैसल देव का पूजन किया गया। सोनार किले में जैसलमेर की खुशहाली के लिए गायत्री यज्ञ का भी आयोजन हुआ। गायत्री यज्ञ में पूर्व महारावल के साथ ही राज परिवार के सदस्यों ने भी यज्ञ में आहूतियां दी। यज्ञ के बाद जैसलमेर रियासत कालीन ध्वज का पूजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजपरिवार सदस्य लखमना ठाकुर दुष्यंत सिंह, पाट पुरोहित हरिवल्लभ गोपा, पंडित नंद किशोर श्रीमाली, देवेंद्र प्रतापसिंह सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
सीएम भजनलाल शर्मा ने दी बधाई
इस मौके पर सीएम भजनलाल शर्मा ने भी बधाई व शुभकामनाएं दी। सीएम ने 'एक्स' हैंडल पर बधाई देते हुए लिखा- 'घोड़ा कीजै काठ का, पग कीजै पाषाण। बख्तर कीजै लोह का, तब देखो जैसाण।। अप्रतिम कला- संस्कृति और बेजोड़ स्थापत्य से पूरे विश्व में ‘स्वर्णनगरी’ के नाम से प्रसिद्ध जैसलमेर के 869वें स्थापना दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ। जैसलमेर के संस्थापक रावल जैसलदेव ने आज ही के दिन श्रावण शुक्ला द्वादशी के दिन दुर्ग की नींव रखी थी। आराध्य देव श्री लक्ष्मीनाथ एवं माँ स्वांगिया जी का आशीर्वाद हम सब पर बना रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / चन्द्रशेखर / संदीप