दिवाली पर मां लक्ष्मी के स्वागत को आतुर जयपुरवासी
जयपुर, 12 नवंबर (हि.स.)। राजधानी जयपुर सहित देशभर में पांच दिवसीय दीपोत्सव की धूम है और मां लक्ष्मी के आगमन को लेकर घरों से लेकर बाजारों तक उत्साह का माहौल है। इस मौके पर राजधानी सतरंगी रोशनी से समूचा शहर जगमगा रहा है। रविवार सुबह से ही महिलाएं घरों में मांडने-रंगोली बनाने में व्यस्त रहीं। माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घरों को फूल- मालाओं से सजाया जा रहा है। शाम को घर-प्रतिष्ठानों में मां लक्ष्मी का पूजन होगा। घर-घर धन की देवी लक्ष्मी का आह्वान किया जाएगा।
पंडित राजेश शर्मा ने बताया कि दस से अधिक महासंयोगों में दिवाली का पर्व मनाया जा रहा है। यह संयोग सदियों बाद बना है। स्वाति नक्षत्र, आयुष्मान, सौभाग्य योग रविवार का संयोग दस साल बाद बन रहा है। साथ ही गजकेसरी योग भी रहेगा।
शाम को प्रदोष काल में घर-घर दीपावली पूजन किया जाएगा। शाम होते ही बाजार से लेकर घर रोशनी से जगमग हो उठेंगे। वहीं शाम को घर-घर दीपदान होगा। लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय शाम 6.02 से 06.15 बजे तक रहेगा। इस दौरान प्रदोष काल, स्थिर वृष लग्न तथा कुम्भ का नवांश भी रहेगा।
उन्होंने बताया कि लक्ष्मी पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय शाम 06.02 से 06.15 बजे तक है। इसके अलावा प्रदोष काल- शाम 05.34 से रात 08.13 बजे तक, वृषलग्न- शाम 05.50 से 7.47 बजे तक,सिंह लग्न - मध्यरात्रि 12.20 बजे से से अंतरात्रि 02.36 बजे तक, चौघड़िए के अनुसार लक्ष्मी पूजन का समय शुभ, अमृत व चर का चौघड़िया - शाम 05.34 से रात 10.32 बजे तक और लाभ का चौघड़िया - मध्यरात्रि 01.50 से अंतरात्रि 3.30 बजे तक रहेगा।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर