जैन समाज के प्रत्येक व्यक्ति को 21 व्यंजन सीमा अभियान के अनुरूप संकल्पित होना जरुरी
बीकानेर, 31 दिसंबर (हि.स.)। समाज सुधार के सम्बन्ध में जैन महासभा के 21 व्यंजन सीमा अभियान से समाज में एकरूपता व्याप्त हुई है। ये उद्गार जैन महासभा केअध्यक्ष विनोद बाफना ने पंचांग लोकार्पण समारोह में कही। उन्होंने कहा कि शादी, विवाह, अन्य सामाजिक, पारिवारिक आयोजन मेल मिलाप समाज में प्रेम और सांमजस्य बढ़ाने के अवसर होते हैं। इन अवसरों का आयोजन बहुत ही शालीनता और मर्यादा से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आजकल देखा-देखी में अपव्यय की मानसिकता बढ़ रही है जिसको रोकना समाज की जिम्मेदारी है ताकि समाज अपनी पहचान बनाये रखे।
बाफना ने कहा कि समाज में सादगीपूर्ण आयोजनों के लिए जैन समाज के प्रत्येक व्यक्ति को 21 व्यंजन सीमा अभियान के अनुरूप संकल्पित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन व आडम्बर जहां आध्यात्मिक रूप से उचित नहीं है वहीं व्यवहार रूप से भी इससे समाज में ईष्र्या व होड़ बढ़ती है, जो उचित नहीं है। उन्होंने भोजन में जमीकंद का उपयोग न करने, लेडिज वेटर न रखने तथा व्यंजन का नामकरण संस्कृति के अनुरूप रखने को कहा।
पूर्व अध्यक्ष जयचन्दलाल डागा ने कहा कि सामाजिक सुधार के लिए अपनाये जाने वाले इन तरीकों से विचार भिन्न हो सकते है परन्तु प्रदर्शन व बड़े भोज की सीमा कहीं न कहीं तो बांधनी होगी। डागा ने कहा कि व्यंजन सीमा के साथ ही सड़कों पर नाच गान व पटाखों आदि पर भी रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संकल्प में शक्ति होती है। सामाजिक सुधार तभी प्रभावी होते है, जब नेतृत्व करने वाले व्यक्ति स्वयं उन्हे व्यवहार में लेते है। डागा ने इस सम्बन्ध मे जैन महासभा के अध्यक्ष व पदाधिकारियों का साधुवाद व्यक्त किया कि वे स्वयं इस अभियान में शरीक है और तभी यह अभियान आज गर्व का विषय है।
पूर्व अध्यक्ष जैन लूणकरण छाजेड़ ने जैन महासभा द्वारा वर्ष 2024 के पंचांग के लोकार्पण समारोह में कहा कि भगवान् महावीर के अनुयायी होकर हम प्रदर्शन करतें हैं तो अपने आपको जैन कैसे कह सकतें हैं। छाजेड़ ने कहा की गंगाशहर तेरापंथ समाज के दो भवनों तेरापंथ भवन व सज्जन निवास में वही व्यक्ति स्नेह भोज का आयोजन कर सकता है जो 21 व्यंजन सीमा अभियान की पालना करता है। उन्होंने महिलाओं को आव्हान करते हुए कहा कि आप अगर सभी संकल्पित हो जाए तो पुरे समाज में क्रान्ति आ जायेगी।
महामंत्री मेघराज बोथरा, पूर्व अध्यक्ष इंदरमल सुराणा, संगठन मंत्री जैन जतनलाल संचेती, महासभा महिला विंग संयोजिका प्रीति डागा सहित अनेक ने विचार रखे।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर