बीकानेर में पूरी रात ट्रोमा सेंटर पहुंचते रहे चोटिल, 74 हुए जख्मी : जेब में बम फूटा-जांघ पर घाव, बीसियों सेवाभावी जुटे रहे सेवा में

 


बीकानेर, 13 नवंबर (हि.स.)। दीपावली पर आतिशबाजी जहां खुशियां अभिव्यक्त करने का माध्यम बनी, वहीं कई घरों में यह आफत भी बन गई। बीकानेर के घड़सीसर निवासी दो भाई इतने चोटिल हो गए कि उन्हें इलाज के लिए जयपुर ले जाया गया है। इनमें से एक की आंखों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इन दोनों को इलाज के लिए जयपुर ले जाया गया है। इनके साथ ही एक अन्य हादसे में एक युवक पटाखे से इतना चोटिल हुआ कि उसके हाथ के दोनों पंजे (हथेलियां) उड़ गए। उसे भी इलाज के लिए जयपुर ले जाया गया है। दीपावली की पूरी रात घायलों का पीबीएम ट्रोमा सेंटर पहुंचने का सिलसिला बना रहा। रातभर में 74 चोटिल पीबीएम हॉस्पिटल पहुंच गए। अधिकांश को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई वहीं कुछ लोगों को भर्ती भी किया गया है। एक चोटिल ऐसा भी है जिसकी जेब में पटाखा बम फूट गया और जांघ का बड़ा हिस्सा गायब हो गया।

जानकारी के अनुसार बीकानेर में घड़सीसर निवासी दो भाइयों के जख्मी होने के बारे में बताया जा रहा है कि वे पोटाश से पटाखे बनाने के लिए उसे बारीक पीस रहे थे। इसी दौरान विस्फोट हो गया। इनमें से एक की आंख खराब हो गई। दूसरा भी गंभीर घायल हुआ है। दोनों के नाम इमरान और अरबाज बताये जा रहे हैं।

लोहे की पाइप में स्प्रिंग लगाकर पोटाश से बंदूक की तरह धमाका करने की कोशिश में बेणीसर गांव का ओमप्रकाश इस कदर घायल हुआ कि उसके हाथ के दोनों पंजे लगभग खत्म हो गए। बताया जाता है उसे भी इलाज के लिए जयपुर ले जाया गया है।

बीसियों सेवाभावी जुटे रहे सेवा में

उधर जब हम सजे-धजे घर में नये कपड़े पहनकर लक्ष्मीजी की अगवानी कर रही थी। पकवान बना-खा रहे थे। खुशियां बांट रहे थे, तब बीकानेर के बीसियों सेवाभावी लोग ऐसे भी थे जो अपना परिवार, खुशियां सब छोड़कर घायलों-बीमारों की सेवा में लगे थे। हम बात करते हैं पीबीएम हॉस्पिटल पहुंच रहे मरीजों-घायलों की। यूं तो हॉस्पिटल में डॉक्टर-नर्सेंज इलाज और सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। दीपावली की रात भी डा.एल.के.कपिल, नर्सिंग कर्मचारी रवि आचार्य, भगवनी टाक आदि मौजूद रहे लेकिन सेवादार भी लगातार तत्पर रहे। मसलन, असहाय सेवा संस्थान के राजकुमार खड़गावत पूरी रात मरीजों की तीमारदारी की वहीं मारवाड़ जन सेवा समिति के रमेश व्यास, मुनीराम, राजनारायण, विनोद पांडे आदि सेवा में जुटे रहे।

खिदमतगार खादिम सोसायटी के कार्यकर्ताओं ने भी पूरी रात सेवा दी। दरअसल डाक्टर-नर्सेज सेवा देते रहे लेकिन सेवादार इस मौके पर मरीजों के रिश्तेदार को संबल देने के साथ ही स्टाफ का सहयोग भी करते रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप