जयपुर रेंज आईजी की पहलः बिना तकनीकी-डिग्री के कई मामलों को सुलझाने वाले पुलिसकर्मियों को किया सम्मानित

 










जयपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। राजधानी में जयपुर रेंज मुख्यालय में जयपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) ने साइबर अपराध, डीएसटी और पीपीटी में बेहतरीन योगदान देने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मियों में भिवाड़ी, दूदू, दौसा, अलवर, खैरथल कोटपूतली जिले में रहते हुए विभिन्न तरह के साइबर अपराधों, साइबर धोखाधडी, फाइनेंशियल धोखाधडी, लूट, डकैती जैसे मामलों का पर्दाफाश करने में उनकी विशेष भूमिका रही।

जयपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक (आईजी)उमेश चंद दत्ता ने बताया कि साइबर अपराध,डीएसटी और पीपीटी में बेहतरीन योगदान देने वाले पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि जिला स्पेशल टीम में रहते हुए पुलिसकर्मियों ने अपनी बेहतरीन पारंपरिक पुलिसिंग के दम पर अपराधियों को पकडा। जयपुर रेंज मुख्यालय ने बेहतरीन कार्य करने वाले इन पुलिसकर्मियों की कार्यकुशलता को भी प्रतियोगिता के तहत रेंज स्तर पर जांच और परखा गया। बेहतरीन योगदान देने वाले इन सभी पुलिसकर्मियों को अलवर, भिवाड़ी, दौसा, दूदू, कोटपुतली जिला पुलिस अधीक्षकों की मौजूदगी में सम्मानित किया। खास बात यह है कि सम्मानित होने वाले यह पुलिसकर्मीयों को किसी भी तरह की कोई साइबर तकनीक जुड़ी ट्रेनिंग नहीं दी गईं थी। इन पुलिसकर्मियों ने बिना तकनीक की डिग्री हासिल किए महज ग्रेजुएट डिग्रीधारी से ही कई मालमों को सुलझाया।

आईजी उमेश चंद दत्ता ने बताया कि काफी समय से देखा गया है कि जिलों में जो मेजर क्राइम होते हैं। उनमें डिटेक्शन और धरपकड़ में सबसे विशेष भूमिका साइबर क्राइम टीम,जिला स्पेशल टीमों और क्यूआरटी टीम ने निभाई है। ऐसे में सभी टीमों की आपस में प्रतिस्पर्धा करवाई। जयपुर रेंज के सात जिलों में पुलिस अधीक्षकों की टीमों की आपस में एक प्रतियोगिता करवाई गई। इसका मुख्य उद्देश्य यही था कि प्रतियोगिता के साथ-साथ सभी आपस में जुड़े और अपने अनुभव शेयर करें। ताकि आगे इंप्रूवमेंट किया जा सके। प्रतियोगिता में अव्वल आने वाली प्रथम, द्वितीय और तृतीय टीम को भी सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर