भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज किए छह बम, दूर-दूर तक सुनायी दिए तेज धमाके

 


जैसलमेर, 14 सितंबर (हि.स.)। जैसलमेर के सरहदी इलाके म्याजलार की कीरत सिंह की ढाणी के आसपास मिले छह बमाें काे भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज किए। सभी बमों को अलग-अलग जगह वायर के साथ जोड़कर रिमोट के माध्यम से डिफ्यूज किया गया। इस दौरान तेज धमाके हुए जो दूर-दूर तक सुनाई दिए। छह बमों के निस्तारण के दौरान भारतीय सेना के जवान, म्याजलार थाना की टीम के साथ थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह व ग्रामीण मौजूद रहे।

म्याजलार थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले म्याजलार गांव के कीरत सिंह की ढाणी के आसपास के इलाके में चरवाहों को बिखरे हुए बम मिले। सर्च ऑपरेशन में दो जीवित बम, दो एंटी पर्सनल लैंडमाइन, एक मोर्टार बम और एक हैंड ग्रेनेड मिला था। इन सबको पुलिस की सुरक्षा में रखा गया था, ताकि कोई हादसा ना हो। करीब डेढ़ महीने के बाद भारतीय सेना का बम निरोधक दस्ता म्याजलार पहुंचा और सभी बमों का निस्तारण किया।

वायर लगाकर रिमोट से किया डिफ्यूज

भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ते ने म्याजलार गांव की कीरत सिंह की ढाणी पहुंचकर सभी बमों अलग अलग एक गड्ढे में डाला। इसके बाद बमों को वायर की मदद से रिमोट से जोड़ा। इसके बाद एक एक करके सभी बमों को तेज धमाके के साथ उड़ाया गया। इस दौरान धमाकों से ग्रामीण सहमे, मगर बमों के निस्तारण होने के बाद सभी ने राहत की सांस ली।

पुलिस के मुताबिक एक साथ लगातार इस तरह विस्फोटक सामग्रियों का मिलना खतरे से खाली नहीं था। अगर किसी का पैर इन पर आ जाता तो उनके चिथड़े उड़ जाते। संभावना यह भी है कि युद्धाभ्यास के दौरान यहां एंटी लैंड माइन व हैंड ग्रेनेड गिरे होंगे। बताया जा रहा है कि जमीन में दबी लैंड माइन और बम बारिश के बाद मिट्टी के हटने से बाहर आए हैं। ऐसे में इलाके में और भी बम होने की संभावना हो सकती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / चन्द्रशेखर