शिल्पियों को आत्मनिर्भर बनाना सरकार का मुख्य ध्येय : शेखावत

 




जोधपुर, 29 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि शिल्पियों के जीवन को बेहतर और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से देशभर में शिल्प मेलों का आयोजन किया जा रहा है। शिल्प मेलों के माध्यम से विभिन्न राज्यों के शिल्पियों की कला और उत्पादों का प्रदर्शन किया जाता है, ताकि उन्हें अपने उत्पादों के विक्रय की सुविधा एक ही छत के नीचे मिल सके।

गुरुवार शाम को केंद्रीय मंत्री शेखावत ने राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के साथ श्रीराम मैदान रावण का चबूतरा में नौ दिवसीय शिल्प समागम मेले का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। शेखावत ने कहा कि भारत सरकार देशभर में शिल्प समागम मेलों का आयोजन कर रही है। प्रथम शिल्प समागम मेले का आयोजन ग्वालियर में किया गया। हम सब के लिए यह खुशी की बात है कि पांचवें शिल्प समागम मेले का आयोजन सूर्यनगरी जोधपुर में किया जा रहा है। मेले में विभिन्न राज्यों से पधारे शिल्पी अपने-अपने उत्पादों का प्रदर्शन और उनका विक्रय करेंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना सबका साथ, सबका विकास साकार हो रहा है। इसी प्रकार प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना में दस्तकारों को विभिन्न प्रकार के ट्रेंड्स में प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। देश के महिला सहायता समूह की लगभग 01 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी के तहत आत्मनिर्भर बनाया गया। आने वाले समय में इसे बढ़ाकर 03 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा।

राज्य के मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा देने के लिए सरकार गरीब और वंचितों के लिए कई योजनाएं संचालित कर रही है, जिसका लाभ वास्तविक पात्र व्यक्तियों को मिल रहा है।

शेखावत ने शिल्पयों से की चर्चा

शेखावत और अविनाश गहलोत ने शिल्प समागम मेले का अवलोकन किया। उन्होंने शिल्पियों से उनके काउण्टर पर पहुंचकर उत्पादों को तैयार करने की जानकारी ली। उत्पादों के विक्रय को किस प्रकार बढ़ाया जाए सहित विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के केंद्रीय प्रबंध निदेशक रजनीश जेनव ने बताया कि शिल्प मेले का उद्देश्य 14 राज्यों की 100 अनुसूचित जाति, पिछड़े वर्ग और सफाई कर्मचारियों के लाभार्थी को अपने उत्पादों के प्रदर्शन व बिक्री के साथ बड़ा मंच प्रदान करना है। यह शिल्प मेला 08 मार्च तक चलेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ईश्वर/आकाश