जयपुर शहर में कहीं 51 तो कहीं 120 फीट के दशानन का हुआ दहन
जयपुर , 24 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी जयपुर में सैकड़ों स्थानों पर बुराई के प्रतीक रावण के पुतले मंगलवार को रावण दहन किया गया। दो दर्जन से अधिक स्थानों पर रावण के 51 से 120 फीट तक के पुतलों का दहन किया गया।
विद्याधर नगर स्टेडियम में विजयोत्सव में गुलाबी नगर के सबसे बड़े रावण का दहन हुआ। यहां दशानन का आकार 120 फीट का था। रावण दहन के दौरान मुंह, आंख और नाभि से गगनचुभी आतिशबाजी छोड़े गए। दशहरा मेला समिति विद्याधर नगर की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में राजनेताओं समेत गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें। प्रताप नगर स्थित भैंरुजी के चौराहे पर 51 फीट ऊंचे रावण का 7.30 बजे दहन किया गया। वहीं श्री राम मंदिर प्रन्यास सनातन धर्म सभा की ओर से आदर्श नगर स्थित दशहरा मैदान में रावण का दहन हुआ। यहां 105 फीट रावण तथा 90 फीट ऊंचे कुंभकरण के पुतले का दहन किया गया। इससे पहले मंदिर आदर्श नगर से शोभा यात्रा आरम्भ की गई। जिसमें लवाजमे के साथ भगवान राम और लक्ष्मण के स्वरूप विराजमान हुए। एक झांकी केवट संग भगवान राम लक्ष्मण, राम दरबार की, श्रीनाथ जी की झांकी भी सम्मिलित थी। साथ ही एक बैण्ड मधुर ध्वनियां बिखेरता चला। सबसे पीछे बग्घी में राम लक्ष्मण के स्वरूप रहे। शोभायात्रा श्री राम मंदिर से पंचवटी सर्किल, राजापार्क चौराहा, धु्रव मार्ग, श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर, श्री कृष्ण परनामी मंदिर, श्री कृष्ण मंदिर, बीस दुकान, स्वामी नंदराम मंदिर, और स्वामी गंगादास मंदिर, बर्फखाना, मामा की होटल, पुलिया नम्बर एक से होती हुई दशहरा मैदान पहुंची। जहां भगवान श्री राम बाण चलाकर रावण की नाभि का अमृत कुंड सुखाया। उसके बाद नयनाभ्रिाम आतिशबाजी हुई और रावण एवं कुंभकरण के पुतलों का दहन हुआ। रावण दहन में रावण की आंखों से फूटती ज्वाला और मुख से आतिशी झरने फूटें। दहन के समय विकराल रूप के साथ भयंकर गर्जना भी की गई। गगनचुम्बी लपटों से धराशायी होते असत्य, अभिमान और बुराई के प्रतीक रावण और कुंभकरण के पुतलों का ये नजारा देखने लायक रहा। इसके बाद में भगवान श्री राम का राजतिलक किया गया। इसके अलावा मानसरोवर,वैशाली नगर ,आमेर,रजनी विहार सहित अन्य इलाकों में दशहरे पर रावण दहन किया गया।
राजधानी में रही पुलिस की विशेष व्यवस्था
वहीं जयपुर पुलिस कमिश्नर की ओर से जयपुर शहर में विभिन्न स्थानों पर आयोजित हुए दशहरा पर्व पर पुलिस अधिकारियों को शांति एवं कानून व्यवस्था संधारण के लिए सजग एवं सतर्क होकर कार्य करने के निर्देश दिए गए थे । जयपुर में पथ संचलन, दशहरा पर्व समापन तक शहर में कानून एवं शांति व्यवस्था सुधारने के लिए पुलिस उपायुक्त पूर्व, पश्चिम, उत्तर एवं दक्षिण को अतिरिक्त पुलिस जाब्ता उपलब्ध कराया गया । इसमें अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त, पुलिस निरीक्षक, उपनिरीक्षक एवं सहायक उपनिरीक्षक, हैड कांस्टेबल,कांस्टेबल, हाडीरानी कम्पनी सहित होम गार्ड, आरएसी की कंपनियां तथा रिक्रूट कांस्टेबल को विशेष रूप से तैनात किया गया । पुलिस नियंत्रण कक्ष में आरएसी की कंपनी एवं हेड कांस्टेबल,कांस्टेबल का जाब्ता दिन व रात्रि के लिए दो पारियों में रिजर्व के रूप में रहा।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर