बच्चों को दृष्टिगत रखकर हो योजनाओं का क्रियान्वयन : शासन सचिव

 


जयपुर, 5 मार्च (हि.स.)। शासन सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुणाल ने मंगलवार को शिक्षा संकुल स्थित राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद् में बैठक ली। बैठक में कुणाल ने समग्र शिक्षा के अन्तर्गत वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2023-24 के अन्तर्गत गतिविधियों के संबंध में परिचयात्मक बैठक लेकर आवश्यक निर्देश दिए।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विभाग के समस्त अधिकारियों/कार्मिकों के कृत्यों का सीधा प्रभाव विद्यालयों में पढ़ने वाले अबोध बच्चों पर पड़ता है। बच्चों को दृष्टिगत रखते हुए सही समय पर निर्णय किए जाएं ताकि योजनाओं का लाभ सही समय पर बच्चों को उपलब्ध हो। समग्र शिक्षा के अन्तर्गत अनुमोदित समस्त गतिविधियों को टाइमलाइन के अनुसार संपादित करें। राज्य में लागू होने वाली आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर विभिन्न कार्यों की निविदा प्रक्रियाएं प्राथमिकता से पूर्ण की जाए। आगामी सत्र के लिए गतिविधियों की क्रियान्विति की कार्य योजना इस प्रकार बनाई जाए कि गतिविधि के तहत देय सामग्री विद्यालयों में सत्र आरम्भ होने के साथ ही बच्चों को उपलब्ध हो सके। पीएमश्री योजना के अन्तर्गत गुणवत्ता शिक्षा गतिविधियों व निर्माण कार्यों का सूक्ष्मता से विशेष पर्यवेक्षण किया जाए। मॉडल विद्यालय तथा केजीबीवी में अध्ययनरत विद्यार्थियों के रिजल्ट का गुणात्मक विश्लेषण कर, इन्हें वास्तविक रूप में मॉडल के रूप में स्थापित करने के लिए विशेष कार्य योजना बनाकर कार्य किया जाए।

इस अवसर पर उन्होंने पूर्व प्राथमिक शिक्षा के लिए परिष्कृत कार्य योजना व व्यावसायिक शिक्षा के अन्तर्गत 12वीं पास विद्यार्थियों के प्लेसमेंट के लिए कार्य योजना प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया। बैठक में राज्य परियोजना निदेशक एवं आयुक्त अविचल चतुर्वेदी द्वारा समग्र शिक्षा की समस्त गतिविधियों की अद्यतन स्थिति तथा आगामी कार्ययोजना के संबंध में विस्तार से बताया गया। बैठक में अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक प्रथम पूनम प्रसाद सागर, अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक द्वितीय सुरेश कुमार बुनकर, समस्त उपायुक्त, उपनिदेशक एवं सहायक निदेशक उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर