श्रीकोलायत-बज्जू में बारह गांव की तीस हजार आबादी पानी में घिरी-घर ढहे, गोविंदसर में नहर तोड़ बहा पानी

 


बीकानेर, 28 जुलाई (हि.स.)। दो दिन पहले तक जो बारिश राहत लग रही वह अब आफत बनती जा रही है। खासतौर पर कोलायत और बज्जू के गांवों से बरसाती नाले बहते हुए कई गांवों का पानी इकट्ठा कर कस्बों की बढ़ने लगे हैं। बड़ी तादाद में जानवर मर गए। कोलायत के निचले इलाके डूब की चपेट में आने का खतरा हो गया है। बज्जू के गिरांधी गांव में तलाई की पाल टूटने की आशंका है। ऐसा हुआ तो गांव के अधिकांश घर पानी में घिर जाएंगे। अब तक सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक कोलायत-बज्जू के लगभग 12 गांवों की 30 हजार आबादी पानी में घिरी है। अब तक 20 से ज्यादा घर ढह गए हैं। कई गांव ऐसे हैं जहां तक पहुंचने का रास्ता ही नहीं बचा है।

कोलायत के गड़ियाला गांव में इतना पानी भर गया कि निकासी का कोई रास्ता ही नहीं रहा। यहां से गुजर रही नहर को तोड़ पानी उसमें डाला गया है लेकिन अब तक पानी का स्तर घटा नहीं है। प्रशासन के मौके पर पहुंचने लायक कोई रास्ता ही नहीं रहा है। ड्रोन से लिए गए वीडियो-फोटो में दिख रहा है कि पूरा गांव डूबा हुआ है। एसडीएम प्रदीप कुमार का कहना है, पानी निकालने के लिए परमिशन से नहर तोड़ी गई जबकि ग्रामीणों का दावा है कि पानी के वेग से ही नहर टूट गई। खैर, इसके बावजूद जलस्तर घटा नहीं है। घर-खेत सब जगह पानी भरा है। ऐसे में अब घरों के गिरने की आशंका पैदा हो गई है।

परेशानी सिर्फ गड़ियाला में ही नहीं वरन ऐसे बीसियों गांव हैं जो पानी में घिरे हैं। मसलन, गिरांधी गांव में पानी भरा है। तलाई टूटने के कगार में पर है। एसडीएम हरिसिंह शेखावत मौके पर है। लोगों को निकालने की कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार सुबह गोविंदसर गांव से बरसाती नाला बहा। इसका पानी ठहराव और बर्बादी का कारण बनता दिखा तो मौके पर जेसीबी मंगवाकर रास्ता बदला गया। इसी तरह मोटासर, बीठनोक आदि गांवो में पानी भरा है। यहां से कई गांवों का पानी बहता हुआ बज्जू की तरफ जा सकता है। ऐसे में बज्जू में जलभराव की समस्या पैदा हो सकती है। बीते सालों मे ऐसा हो भी चुका है। गोविंदसर, मोटासर, गिराजसर, बीठनोक, माधोगढ़ आदि गांवों मे पानी भरा है। यहां लोगों के हाल जानने पहुंचे भाजपा नेता अशोक प्रजापत फंस गए हैं। एक गांव की सड़क पानी में बहने के बाद गाड़ी मुश्किल से निकाली जा सकी। वे कहते हैं, गांवों में हालात बहुत बुरे हैं। बारिश नहीं ठहरी तो हालात काबू में करने के लिए फोर्स को भी बुलाना पड़ सकता है।

बीकानेर जिले में एक जून से 28 जुलाई तक सामान्यतया 129.10 मिलीमीटर बारिश होती है। इस बार अब तक 241 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जो सामान्य से लगभग 87 प्रतिशत ज्यादा है। बीकानेर को प्रदेश के उन 111 जिलों में शामिल किया गया है जहां बरसात अतिवृष्टि की श्रेणी में है। जिले में सबसे ज्यादा बारिश कोलायत में लगभग 400 मिलीमीटर हो चुकी है। बज्जू तहसील में भी 273 मिलीमीटर बारिश हुई है।

दूसरी ओर कोलायत में जहां एक दिन पहले झझू नाला बहता हुआ आ रहा था वहीं अब चारों तरफ से चार बरसाती नाले बहते हुए आ रहे हैं। यह पानी फिलहाल कोलायत तालाब में जा रहा है। ऐसे में लबालब होने के बाद एक बार फिर तीन फीट से ज्यादा पानी बाहर पड़ा है। यह लगातार बढ़ता जा रहा है। कोलायत एसडीएम प्रदीप कुमार का कहना है, पूरे इलाके पर नजर रखे हैं। जहां भी जरूरत है वहां रेस्क्यू कर रहे हैं।

जानिये अब तक कहां, कितनी हो चुकी है मानसूनी बारिश

बीकानेर शहर : 275.4 मिलीमीटर

बज्जू : 273 मिलीमीटर

बीकानेर तहसील: 244 मिलीमीटर

छत्तरगढ : 215 मिलीमीटर

खाजूवाला : 88 मिलीमीटर

कोलायत : 396 मिलीमीटर

लूणकरणसर : 220 मिलीमीटर

नोखा : 238 मिलीमीटर

पूगल : 121

(1 जून से 28 जुलाई 2023 सुबह तक)

हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/संदीप