धौलपुर में श्रद्वा और शान से निकली रामभक्त हनुमान की सवारी
धौलपुर, 27 अप्रैल (हि.स.)। रामायण सहित अन्य पौराणिक प्रसंगों पर सजी झांकियां। रामभक्त हनुमान की भक्ति में सराबोर श्रद्धालु और फिजा में ढोल और तासों की धुन। शनिवार रात को धौलपुर शहर में यही नजारा देखने को मिला। मौका था हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित शोभा यात्रा का। रामभक्त हनुमान की जयंती के उपलक्ष्य में शनिवार रात को धौलपुर में भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। इस मौके पर पुलिस और प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए तथा आला अधिकारी शोभा यात्रा के साथ मौजूद रहे।
हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में शनिवार देर शाम को सती वाले हनुमान मंदिर से शोभायात्रा शुरू हुई। हनुमान जयंती कमेटी के अध्यक्ष कुक्कू शर्मा ने डोले में विराजमान हनुमान जी के चित्र के समक्ष वैदिक रीति से पूजा अर्चना तथा आरती करने के बाद में हरी झण्डी दिखाकर शोभा यात्रा को रवाना किया। शोभा यात्रा में सबसे आगे धर्मध्वजा लिए श्रद्धालु चल रहे थे तथा साथ में करीब सात दर्जन झांकियां और दो दर्जन बैण्ड और ढोल और तासे शामिल रहे। हनुमान जयंती की शोभा यात्रा में भगवान श्रीकृष्ण एवं राधारानी, खाटू श्याम, भगवान अमरनाथ, भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और हनुमान जी संबंधित विभिन्न पौराणिक प्रसंगों पर झांकियां सजाई गईं थीं। शोभा यात्रा का आकर्षण अंत में चल रहा वीर हनुमान का डोला रहा। शोभायात्रा फूटा दरवाजा, हास्पीटल रोड, जगन तिराहा, सराय गजरा, लाल बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, धूलकोट, संतर रोड, गडरपुरा होते हुए सती वाले हनुमान मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई। शोभायात्रा के स्वागत के लिए शहर में दर्जनों स्वागत द्वारा बनाए गए तथा जलपान, शर्बत, दूध, पूडी सब्जी तथा आईसक्रीम से भक्तों का स्वागत किया गया। आज शहर के ऐतिहासिक पेचवाले हनुमान मंदिर, शेरगढ किला स्थित हनुमान मंदिर, पुरानी छावनी के रियासतकालीन हनुमान और श्रीराम मंदिर, मोटे हनुमान मंदिर, वनखण्डी हनुमान मंदिर और सती वाले हनुमान मंदिर पर विशेष आयोजन हुए। उधर, हनुमान जयंती के मौके पर पुलिस और प्रशासन की ओर से सुरक्षा के माकूल इंतजाम किए गए। धौलपुर की उप जिला कलक्टर साधना शर्मा सहित पुलिस और प्रशासन के अधिकारी रात भर जयंती के साथ मौजूद रहकर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेते रहे।
परंपरा रियासत काल से आज तक जारी
धौलपुर। धौलपुर में हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा के आयोजन की परंपरा रियासत काल से आज तक जारी है। हनुमान जयंती के मौके पर आयोजित शोभा यात्रा की परंपरा के इतिहास पर गौर करें तो सबसे पहले वर्ष 1940 में महाराज उदयभान सिंह के समय में पहली बार धौलपुर में हनुमान जयंती की शोभायात्रा का आयोजन किया गया था। तब धौलपुर रियासत के तत्कालीन महाराज उदयभान सिंह के शाही रथ पर राम भक्त हनुमान की प्रतिमा को विराजमान कर शोभायात्रा निकाली गई थी। उस समय ढोल और मजदूरों के साथ भजन संकीर्तन करते हुए संत और महत्व की टोली शोभायात्रा के साथ मौजूद रही। तब से लेकर अब तक हनुमान जयंती पर शोभा यात्रा निकाली जाती रही है। कई दशकों से जारी हनुमान जयंती शोभा यात्रा में भाग लेने के लिए समीपवर्ती मध्यप्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली तथा दूरदराज के शहरों से लोग आते हैं। यही नहीं जिला प्रशासन की ओर से भी हनुमान जयंती के मौके पर स्थानीय अवकाश घोषित किया जाता है।
हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/संदीप