गुरु पृथ्वी के जाग्रत देव, गुरु कृपा से शिष्थ थोड़ा करके ज्यादा पा जाते हैं- आचार्य सुधांशुजी महाराज

 




जयपुर, 21 जुलाई (हि.स.)। विश्व जागृति मिशन जयपुर मंडल के गुरु बहिनों-भाईयों और श्रद्धालुओं ने रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व अपने सद्गुरु और देश के जाने-माने आध्यात्मिक संत आचार्य सुधांशु महाराज के प्रति अपूर्व श्रद्धा और भक्ति भाव में झूमते, नाचते और गाते हुए मनाया। आदर्श नगर में बीस दुकान स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर परिसर में विश्व जागृति मिशन जयपुर मंडल के आश्रम में आयोजित कार्यक्रम में जयपुर मंडल के प्रधान मदन लाल अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नारायण दास गंगवानी, सचिव द्वारका प्रसाद मुटरेजा, महामंत्री दिनेश गुप्ता और दिलीप हरिरामानी सहित अन्य पदाधिकारियों और श्रद्धालुओं ने आचार्य मोहन लाल शास्त्री और विष्णु कुमार शास्त्री के सानिध्य में गुरु चरण पादुका पूजन किया। गुरु चरण पादुका पूजन के बाद चरणामृत सभी श्रद्धालुओं में वितरित किया गया।

इस मौके पर विजामि प्रमुख आचार्य सुधांशु महाराज के विशेष वीडियो संदेश का प्रसारण किया गया। इसमें आचार्य वर ने गुरु पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि पूरे वर्ष के दौरान यही वह समय होता है जब पूरे ब्रह्मांड की शक्तियां गुरु के माध्यम से प्रकट होकर शिष्यों को प्राप्त होती है। इस पर्व पर गुरु वंदना और गुरु मंत्र के जाप से शिष्यों का भाग्य बदलता है और उनके आसपास सुरक्षा चक्र बन जाता है, जो विकट और कठिन स्थितियों में रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि गुरु की शक्ति माता-पिता और अन्य शक्तियों से भी ऊपर होती है। ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ ही महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती की समेकित शक्तियां गुरू के माध्यम से प्रकट होकर शिष्यों का उद्धार करती हैं। गुरु इस पृथ्वी के जाग्रत देव हैं जिनकी कृपा से शिष्थ थोड़ा करके भी ज्यादा पा जाते हैं। जीवन की विपरीत और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों तथा अभावों के बीच भी गुरु की कृपा से शिष्यों का कल्याण होता है। गुरु के माध्यम से शिष्यों को अपने कुल देव, इष्ट देव, स्थान देव और ग्राम देव की समस्त प्रकार की शक्तियां एक साथ मिलती है।

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