पोतियों की शादी में आए दादा की जिंदा जलकर मौत
बूंदी, 1 मई (हि.स.)। नैनवां रोड स्थित पाइप फैक्ट्री के पास शहनाई मैरिज गार्डन में पोतियों की शादी में आए दादा की जिंदा जलकर मौत हो गई। हादसा मैरिज गार्डन में लगे एसी के कंप्रेसर के फटने से हुआ। तमाम प्रयासों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका।
पुलिस उपाधीक्षक अमर सिंह राठौड़ ने बताया कि नैनवां रोड स्थित पाइप फैक्ट्री के नजदीक शहनाई मैरिज गार्डन में बुधवार को टोंक के टोडारायसिंह निवासी दो सगी बहनों की शादी होनी थी। इनके परिवार वाले मंगलवार देर रात ही यहां पहुंच गए थे। इनके ठहरने के लिए मैरिज गार्डन कैंपस में ही कैंप जैसे टेंट के रूम बनाए गए थे। इसमें एसी भी लगाए गए थे। थके-हारे आए दुल्हन के परिवार वाले इसमें सो रहे थे। इसमें बुजुर्ग, बच्चों सहित तमाम महिलाएं भी थीं। बुधवार सुबह अचानक एसी का कंप्रेसर फट गया। धमाके की आवाज सुनकर पूरे कैंप में भगदड़ मच गई। सब जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। कैंप में सो रहे टोडारायसिंह निवासी लाल मोहम्मद (75) पुत्र हबीब खान को आग ने घेर लिया। जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई। लाल मोहम्मद के टेंट में कुल चार लोग मौजूद थे। तीन अन्य लोगों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
जिस सफारी टेंट में शॉर्ट सर्किट हुआ उसमें दुल्हनों के दादा लाल मोहम्मद और पोता अमन सो रहे थे। जैसे ही शॉर्ट सर्किट हुआ, आग की चिंगारियां उन पर गिर गईं। अमन चिल्लाता हुआ टेंट से बाहर निकाला और अपने परिजनों को जगाया। उसके चाचा शानू ने जलते टेंट में घुसकर अपने पिता लाल मोहम्मद को खींच कर बाहर निकाला। तब तक उनका शरीर जल चुका था, वह दर्द और जलन से कराह रहे थे। परिजनों ने उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां अस्पताल पहुंचते ही बुजुर्ग की मौत हो गई। इस हादसे में अमन और शानू भी मामूली झुलसे हैं।
मृतक लाल मोहम्मद टोंक जिले टोडारायसिंह के रहने वाले थे, इनके दो बेटे बूंदी के तालेड़ा में रहकर अपना काम करते हैं। इस कारण बूंदी आकर अपनी बेटियों फिजा और रैहनुमा की शादी करने आए थे। फिजा की बारात मध्य प्रदेश शिवपुरी और रैहनुमा की बारात सवाई माधोपुर से आनी थी। मृतक के चार बेटे और दो बेटियां हैं, इनको टोडारायसिंह में लाला पहलवान के नाम से भी जाना जाता है। हादसे की सूचना पर एसडीएम, पुलिस उप अधीक्षक और तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में प्राथमिक तौर पर सामने आया कि मैरिज गार्डन में आग बुझाने के सेफ्टी उपकरण नहीं लगे हुए थे।
बूंदी में मैरिज गार्डन में आग लगने की यह दूसरी बड़ी घटना है। चार दिन पहले परशुराम वाटिका में भीषण आग लग गई थी। वाटिका में आग इतनी भयंकर थी कि उस पर काबू पाने में प्रशासन और दमकल को 10 घंटे लग गये थे। हालांकि तब कोई जन हानि नहीं हुई थी, लेकिन बुधवार को फिर से मैरिज गार्डन में आग की घटना ने मेरिज गार्डन में आगजनी से निपटने के इंतजामों की पोल खोल दी है।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर