किसानों की आमदनी में वृद्धि के साथ ही कृषि अर्थव्यवस्था होगी सुदृढ़: मुख्यमंत्री भजनलाल
जयपुर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश की कृषि अर्थव्यवस्था को सुदृढ करने तथा कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के किसान आधुनिक तकनीकों के माध्यम से स्मार्ट फार्मिंग कर कृषि निर्यात के क्षेत्र में अग्रणी बनें। इसी सोच के साथ आगामी वर्ष प्रदेश में किसानों के लिए ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2026 (ग्राम) का आयोजन किया जा रहा है। श्री शर्मा ने अधिकारियों को ग्राम के सफल आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी करने के निर्देश दिए।
शर्मा सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में आगामी वर्ष में आयोजित होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट-2026 की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में नवाचार और आधुनिक तकनीक के माध्यम से नए आयाम स्थापित करने के साथ ही निवेश को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा आयोजन से देश-विदेश से आने वाले किसानों तथा विशेषज्ञों के अनुभव का लाभ भी प्रदेश के किसानों को मिलेगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजन के सफल क्रियान्वयन के लिए कृषि, उद्यानिकी, डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन, सहकारिता, सिंचाई सहित सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर काम करें। इसके लिए एक विभागीय क्लस्टर बनाया जाए। साथ ही, सचिव स्तर पर इसकी समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किसानों का भी सम्मान किया जाए। साथ ही, आयोजन की प्रत्येक गतिविधि में किसान की आवश्यकता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि इस आयोजन में देश-विदेश में उन्नत कृषि, जल प्रबंधन, फसल विविधीकरण जैसे नवाचारों को उपयोग में लाने वाले कृषि विशेषज्ञ, वैज्ञानिकों तथा तकनीकी जानकारों को आमंत्रित किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मीट का राज्य स्तरीय आयोजन तीन दिवसीय प्रस्तावित है। जिसमें 50 हजार से अधिक किसान भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन के माध्यम से राजस्थान की कृषि क्षमताओं को अंतर्राष्ट्रीय मंच मिलेगा। साथ ही, कृषि क्षेत्र में अनुसंधान, नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के साथ ही कृषि प्रसंस्करण एवं मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा। श्री शर्मा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजन को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। जिससे ग्रामीण स्तर पर किसानों को कार्यक्रम एवं योजनाओं की जानकारी मिल सके।
बैठक में बताया गया कि इस एग्रीटेक मीट में कृषि एवं पशुपालन से संबंधित प्रदर्शनी, बीटूजी और बीटूबी मीटिंग, किसान-वैज्ञानिक संवाद, क्रेता-विक्रेता मीटिंग तथा विभिन्न तकनीकी सत्र और कार्यशाला आयोजित किए जाएंगे। इनके माध्यम से देश-विदेश के किसान और कृषि उद्यमी स्मार्ट फार्मिंग, मार्केटिंग और प्रोसेसिंग से जुड़े अपने अनुभव एक-दूसरे से साझा करेंगे। जिसमें कृषि की उन्नत तकनीकों के साथ ही ड्रोन तकनीक, नवीन कृषि यंत्रों, कृषि में जल प्रबंधन और कृषि निर्यात जैसे विषयों पर चर्चा की जाएगी।
बैठक में सहकारिता के क्षेत्र में विश्व की वृहत् अन्न भण्डारण योजना अंतर्गत निर्मित 500 मैट्रिन टन क्षमता के गोदामों के उपयोग को लेकर भी चर्चा की गई। इस दौरान संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर