गौशालाएं बनेंगी राज्य अर्थव्यवस्था की आधार: गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत
जयपुर, 1 अक्टूबर (हि.स.)। राजस्थान गो सेवा आयोग एवं अखिल भारतीय गाेशाला सहयोग परिषद के संयुक्त तत्वाधान में मंगलवार को गाेशाला संचालकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जैविक वन औषधीय पादप केंद्र टोंक रोड जयपुर में किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारम्भ गाे पालन मंत्री जोराराम कुमावत, निदेशक गो पालन विभाग प्रह्लाद नागा जी, डॉ. अतुल गुप्ता, डॉ.अनीता अग्रवाल व मोनिका गुप्ता के कर कमलों से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
इस कार्यक्रम में गोपालन मंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार में गाेशालाओं की सुचारू संचालन के लिए कई बुनियादी मांगों को दृष्टिगत रखते हुए बिना स्वयं की भूमि पर भी गाेशाला संचालन के लिए अनुमति प्रदान की जाएगी। गाेशालाओं के लिए विभिन्न बीमा योजनाओं पर भी प्रकाश डाला गया। मंत्री ने प्रदेश के प्रथम गाे अभयारण्य को भी हरी झंडी दिखाते हुए ऐसे नवाचारों को प्रथम पंक्ति में लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने गाय के गोबर व गाेमूत्र के विभिन्न उत्पादों को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पटल पर बिक्री संवर्धन के लिए प्रयास करने को कहा।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने राजकीय व्यस्तता के कारण वीडियो कॉल के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए उपस्थित गाेशाला संचालकों को यह विश्वास दिलाया की सरकार हमेशा गाे संरक्षण व संवर्धन में कार्यरत संस्थाओं के प्रोत्साहन में तत्पर है।
इस अवसर पर डॉ. अतुल गुप्ता ने गाय के गोबर व गोमूत्र के व्यावसायीकरण को मुख्य धारा से जोड़ने पर बल दिया।
हैनिमन चौरिटेबल मिशन सोसाइटी की सचिव मोनिका गुप्ता ने गाय के गोबर व लाख से बने चूड़े तथा विभिन्न अन्य गहनों के बारे में जानकारी दी और जयपुर लाख क्लस्टर को माननीय मंत्री जी के द्वारा समाज को समर्पित किया। राजस्थान गोपालन विभाग के नवनियुक्त निदेशक प्रह्लाद नागा , सचिव राजस्थान गो सेवा आयोग डॉ. अनीता अग्रवाल, पिंजरापोल गौशाला के महामंत्री शिवरतन चितलांग्या, गो सेवा आयोग से डॉ. आरती श्रीवास्तव, गौ पालन विभाग से डॉ. शालिनी शर्मा, राजस्थान चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स से केएल जैन, राजस्थान विश्वविद्यालय से डॉ महेश शर्मा आदि गणमान्य महानुभाव उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश