शहर की चार ट्रेनें बनेंगी मोबाइल बिलबोर्ड, दिखेंगे विज्ञापन
जोधपुर, 31 दिसम्बर (हि.स.)। रेलवे अब अपनी कमाई का जरिया सिर्फ यात्री टिकट तक सीमित नहीं रखेगा। राजस्व बढ़ाने के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल ने अपनी नॉन-फेयर रेवेन्यू (एनएफआर) पॉलिसी के तहत एक बड़ा कदम उठाया है। जोधपुर मंडल से संचालित चार प्रमुख जोड़ी ट्रेनों को अब चलते-फिरते विज्ञापनों (मोबाइल बिलबोर्ड) के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा।
इन ट्रेनों के कोचों पर विनाइल रैपिंग के जरिए बड़ी कंपनियों की ब्रांडिंग की जाएगी, रेलवे ने सालाना करीब 60 लाख रुपए की एक्स्ट्रा इनकम नॉन-फेयर रेवेन्यू जुटाने का लक्ष्य रखा है। सीनियर डीसीएम हितेश यादव के अनुसार, जिन ट्रेनों का चयन किया गया है, वे न केवल लंबी दूरी की हैं, बल्कि देश के प्रमुख धार्मिक, पर्यटन और व्यापारिक शहरों को जोड़ती हैं। यही कारण है कि विज्ञापनदाताओं के लिए ये हॉट प्रॉपर्टी हैं।
मरुधर एक्सप्रेस (जोधपुर-वाराणसी) ट्रेन टूरिज्म और तीर्थ का बड़ा लिंक है। जोधपुर से चलकर यह जयपुर (पिंक सिटी), आगरा (ताज महल) और वाराणसी (काशी) जैसे बड़े सेंटर्स को जोड़ती है। इस रूट पर विज्ञापन की रीच सबसे ज्यादा विविध दर्शकों तक होगी। रणथंभोर एक्सप्रेस (जोधपुर-इंदौर) ट्रेन सवाई माधोपुर (रणथंभोर नेशनल पार्क) और कोटा (एजुकेशन हब) होकर गुजरती है। यहां वाइल्डलाइफ टूरिस्ट और स्टूडेंट्स का बड़ा ट्रैफिक रहता है, जो ब्रांड्स के लिए एक बड़ा टारगेट ऑडियंस है। बाड़मेर-ऋषिकेश (बाड़मेर-हरिद्वार-ऋषिकेश) ट्रेन रेगिस्तान को पहाड़ों से जोडऩे वाली यह ट्रेन राजस्थान, पंजाब और हरियाणा होते हुए उत्तराखंड जाती है। तीन राज्यों को कवर करने के कारण यह इंटर-स्टेट ब्रांडिंग के लिए बेहतरीन है। जोधपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला यह ट्रेन शेखावाटी (चूरू, सीकर) होते हुए सीधे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली जाती है। इस पर प्रीमियम और कॉर्पोरेट विज्ञापनों की अच्छी संभावना है।
सीनियर डीसीएम यादव ने बताया कि रेलवे की इस नीति के तहत रणथंभोर सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12466/64) के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और टेंडर जारी हो चुका है। वहीं, बाकी तीन ट्रेनों बाड़मेर-ऋषिकेश, जोधपुर-दिल्ली सराय रोहिल्ला और मरुधर एक्सप्रेस के लिए प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
रेलवे ने स्पष्ट किया कि विनाइल रैपिंग से कोचों की खूबसूरती तो बढ़ेगी ही, साथ ही मेंटेनेंस (पेंट आदि) का खर्च भी बचेगा। इस नॉन-फेयर रेवेन्यू से होने वाली पूरी कमाई का उपयोग सीधे तौर पर स्टेशन के विकास और यात्री सुविधाओं को अपग्रेड करने में किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश