गहलोत के बेटे और जालोर से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत के खिलाफ प्रचार करेंगे पूर्व मंत्री गुढ़ा

 


जयपुर, 10 अप्रैल (हि.स.)। गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेन्द्र गुढ़ा अब पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे और जालोर से कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत के खिलाफ प्रचार करेंगे। राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी और शिवसेना (शिंदे गुट) का गठबंधन है। ऐसे में प्रदेश की 25 लोकसभा सीटों पर राजस्थान में भी शिवसेना बीजेपी प्रत्याशी को समर्थन करेगी। जहां जैसी जरूरत होगी, शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करेंगे। गुढ़ा बुधवार को जयपुर में शिव सेना के स्टेट कॉर्डिनेटर के तौर पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि मुझे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने विशेष तौर पर जालोर-सांचौर सीट की जिम्मेदारी दी हैं। यह वही सीट है जहां से पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में विधानसभा चुनाव का कर्ज चुकाने के लिए अब मैं पूरी ताकत के साथ जालोर-सिरोही में प्रचार करूंगा। पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा कि विधानसभा चुनावों में मुझे हराने के लिए अशोक गहलोत ने उदयपुरवाटी को गोद ले लिया था। उन्होंने मेरे खिलाफ प्रचार किया था। अब उस कर्ज को चुकाने का वक्त आ गया है। उन्होने कहा कि अब मैं गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ जालोर-सिरोही में जाकर प्रचार करूंगा। वहीं नागौर सहित अन्य जिस भी सीट पर हमें प्रचार के लिए कहा जाएगा। वहां हम भाजपा के समर्थन में प्रचार करेंगे।

गौरतलब है कि उदयपुरवाटी सीट पर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के भगवान राम सैनी जीते थे। भाजपा प्रत्याशी शुभकरण चौधरी दूसरे और शिवसेना प्रत्याशी राजेन्द्र गुढ़ा तीसरे नम्बर पर रहे थे। अब भाजपा ने झुंझुनूं लोकसभा सीट से शुभकरण चौधरी को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में जब राजेन्द्र गुढ़ा से शुभकरण चौधरी के समर्थन में प्रचार करने का सवाल किया गया तो वे इसका जवाब देने से बचते नज़र आए। उन्होंने कहा कि जब राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन है तो प्रदेश में भी शिवसेना सभी 25 सीटों पर भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करेगी। राजेद्र गुढ़ा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत हमेशा केन्द्र सरकार पर ईडी, सीबीआई औऱ इनकम टैक्स के दुरुपयोग की बात कहते हैं। लेकिन जब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, तो उस समय उन्होंने किस तरह से एसीबी, एसओजी सहित अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया वो किसी से छिपा नही है।

गुढ़ा ने कहा कि राजस्थान में जब महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे थे और कांग्रेस मणिपुर की घटना को लेकर बात कर रही थी। तब मैंने विधानसभा में राजस्थान में महिला सुरक्षा का मुद्दा उठाया था। तो मुझे मंत्री पद से हटा दिया गया। इतना ही नहीं मेरे खिलाफ करीब आधा दर्जन झूठे मुकदमे दर्ज किए गए। पुलिस का किस तरह से दुरुपयोग किया जाता है वह अशोक गहलोत सरकार में सबने देखा है। गुढ़ा ने कहा कि जिन मामलों में मेरी कोई भूमिका नहीं थी उनमें भी मुझे जबरन फंसाने की कोशिश की गई। विधानसभा चुनावों से पहले 24 जुलाई 2023 को अपनी बर्खास्तगी के बाद राजेन्द्र गुढ़ा सदन में लाल डायरी लेकर पहुंचे थे। वे सदन में डायरी को टेबल करना चाहते थे। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने इसकी इज़ाजत नहीं दी। लेकिन गुढ़ा नहीं माने। इसके बाद हंगामा बढ़ गया, गुढ़ा को मार्शल बुलाकर बाहर निकाल दिया गया। गुढ़ा ने आरोप लगाया था कि इस लाल डायरी में गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार का लेखा-जोखा हैं।

उन्होंने समय-समय पर इसके पन्नों का खुलासा भी किया। जिसे भाजपा ने चुनावी मुद्दा भी बनाया था। अब गुढ़ा का कहना है कि अभी लाल डायरी के कुछ पन्ने ही सामने आए हैं। लेकिन अभी पूरी पिक्चर बाकी हैं। उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनावों को लेकर आचार संहिता लगी हुई है। सरकार भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। जैसे ही लोकसभा चुनाव सम्पन्न होंगे। वे लाल डायरी में कैद गहलोत सरकार के काले कारनामों को सबके सामने लेकर आएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप