बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में पूर्व महाराजा-अभिनेता-पूर्व आईएएस रहे हैं सांसद
बीकानेर, 17 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान का बीकानेर एक प्रमुख शहर है और यह शहर राजस्थान के 25 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक हैं। बीकानेर राज्य का पुराना नाम जांगल देश था। यहां सबसे पहला लोकसभा चुनाव 1952 में हुआ था। निर्दलीय पार्टी के महाराजा करणी सिंह पहले सांसद बने थे। बीकानेर के आठ विधानसभा क्षेत्र हैं। बीकानेर का बीकानेर किला, जूनागढ़ दुर्ग, लक्ष्मी निवास महल, लालगढ़ महल, इनके अलावा यहां के जैन मंदिर, वैष्णव मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं। बीकानेर में चार यूनिवर्सिटी अच्छी मानी जाती हैं जिनके नाम हैं स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विवि, महाराजा गंगासिंह विवि, वेटरनरी विवि और बीकानेर टेक्निकल यूनिवर्सिटी शामिल है। बीकानेर की दिल्ली से दूरी 487.2 किलोमीटर है।
राजस्थान के बीकानेर लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो 2009 में परिसीमन के बाद से यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। बीकानेर संसदीय सीट के अंतर्गत जिले की सात विधानसभा सीट-बीकानेर पूर्व, बीकानेर पश्चिम, श्रीकोलायत, खाजूवाला, लूणकरणसर, श्रीडूंगरगढ़, नोखा के अलावा श्रीगंगानगर की एक विधानसभा अनूपगढ़ शामिल हैं। बीकानेर में हिंदू आबादी 78 फीसदी और मुस्लिम आबादी 15 फीसदी है। 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की कुल आबादी का 22.91 फीसदी अनुसूचित जाति और 37 फीसदी अनुसूचित जनजाति हैं।
पिछले 4 लोकसभा चुनाव से बीकानेर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का कब्जा रहा है। साल 2004 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर फिल्मस्टार धर्मेंद्र बीकानेर का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। आजादी के बाद बीकानेर में पूर्व महाराजा डॉ. करणी सिंह, अभिनेता धर्मेंद्र के साथ-साथ भारतीर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रहे अर्जुनराम मेघवाल यहां का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मेघवाल तीन बार के सांसदी के साथ-साथ दो बार केंद्रीय मंत्री का पदभार भी संभाल चुके हैं और इस बार चौथा लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
2019 का जनादेश
2019 लोकसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल ने अपनी जीत को बरकरार रखते हुए 6,57,743 वोट हासिल किए. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मदन गोपाल मेघवाल 3,93,662 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे और नोटा के बटन को 13,510 मतदाताओं ने दबाया. 2019 में बीकानेर लोकसभा सीट पर 59% वोटिंग हुई थी।
2024 में कौन मारेगा बाजी
लोकसभा चुनाव-2024 की वोटिंग 19 अप्रैल को है। भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल के सामने कांग्रेस ने पूर्ववर्ती कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के पावरफुल मंत्री रहे और गत विधानसभा चुनाव में हार चुके गोविंदराम मेघवाल को उतारा है। अब देखना यह है कि मोदी लहर में गोविंद जीतेंगे या अर्जुन।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर