दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं बल्कि विद्यार्थी के नव जीवन का प्रारंभ है : राज्यपाल

 


जोधपुर, 4 मई (हि.स.)। राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि दीक्षांत शिक्षा का अंत नहीं बल्कि विद्यार्थी के नव जीवन का प्रारंभ है। वर्तमान समय विद्यार्थियों के लिए अर्जित शिक्षा का उपयोग राष्ट्र और समाज के उत्थान करने का है। उन्होंने कहा कि फुटवियर डिजायन के क्षेत्र में जो शिक्षा और हुनर आपने प्राप्त किया है, उसका उपयोग राष्ट्र में निर्मित इस क्षेत्र के उत्पादों के निर्यात से अर्थव्यवस्था के सुदृढीकरण में किया जाए।

राज्यपाल मिश्र शनिवार को जोधपुर के दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने जोधपुर स्थित फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट के तृतीय दीक्षांत समारोह में शिरकत की। राज्यपाल मिश्र ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित किया। संविधान की प्रस्तावना और मूल कर्तव्यों का वाचन करवाया। उन्होंने कहा कि एफ.डी.डी.आई जोधपुर फैशन एवं फुटवियर तकनीक से जुड़ा एक महत्वपूर्ण संस्थान है। संस्थान का मुख्य ध्येय शिक्षा के साथ हस्तशिल्प कौशल को बढ़ावा देना है। विश्वभर में आज फुटवियर एवं फैशन उद्योग जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे दृष्टिगत रखते हुए यह संस्थान भविष्य की दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान में फुटवियर एवं फैशन उद्योग से जुड़े विश्व के उत्कृष्ट एवं निपुण डिज़ाइनर तैयार हों तथा प्रयास करे कि डिजाइनिंग के क्षेत्र में यह संस्थान उत्कृष्ट संस्थान बने।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप