गंगनहर में पानी की कमी को लेकर किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी
श्रीगंगानगर, 4 मई (हि.स.)। जिले में गंगनहर के किसानों ने रविवार को नहर का निरीक्षण किया। गंगनहर में पानी की भारी कमी को लेकर प्रशासन और सरकार पर गंभीर सवाल उठाए। किसानों ने चेतावनी दी कि 7 मई को गंगासिंह चौक पर ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा। निरीक्षण में गंगनहर परियोजना अध्यक्ष हरविंद्र सिंह गिल, पीएस नहर संगम अध्यक्ष जसकरण सिंह 16पीएस, बहादरपाल सिंह 12पीएस, राजिंद्र सहारण लिखमेवाला, लालचंद बाना ठाकरी, जसराज सिंह 31पीएस, राम सिंह 38पीएस, शमीर सिंह 41पीएस समेत बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
हरविंद्र सिंह गिल ने बताया कि गंगनहर की हालत इतिहास में पहली बार इतनी खराब हुई है। इस बार बंदी के बाद आरडी-45 में केवल 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बाद में इसे 500 क्यूसेक किया गया। किसानों के दबाव और आंदोलन की चेतावनी के बाद 2 मई को गंगासिंह चौक पर 1,500 से अधिक किसान जुटे। इसके बाद पानी की मात्रा एक बार के लिए 1550 क्यूसेक तक बढ़ाई गई। लेकिन अगले ही दिन इसे घटाकर 850 क्यूसेक कर दिया गया।
किसानों ने प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और सरकार पर आरोप लगाया कि पानी की समस्या को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। इसी के चलते 7 मई को गंगासिंह चौक पर बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। 5 मई को गंगानगर के चारों ओर के टोल बंद करवाने की योजना है। इससे प्रशासन का ध्यान खींचा जाएगा।
किसानों ने पीएस नहर का निरीक्षण कर बताया कि ट्रक यूनियन पुल से आगे 18 बुर्जी तक नहर की हालत बेहद खराब है। ट्रक यूनियन पुल पर तारों का जाल बिछा है। इससे सफाई नहीं हो पा रही। किसानों ने तय किया है कि सोमवार 5 मई को रायसिंहनगर खंड के अधीक्षण अभियंता से मिलकर उन्हें मौके पर बुलाया जाएगा। साथ ही तारों को सही तरीके से डालने की मांग की जाएगी।
किसानों ने निर्णय लिया है कि सोमवार को रायसिंहनगर में एकत्र होकर अधीक्षण अभियंता और एसडीएम से मिलेंगे। उन्हें नहर की दुर्दशा और किसानों की समस्याओं से अवगत कराएंगे। किसानों का कहना है कि यदि अब भी सुनवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा। इस बार किसान पानी की उचित आपूर्ति को लेकर पूरी तरह संगठित हैं। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / राजीव