राजस्थान की जनता का हर महत्वपूर्ण वोट अगले पांच साल के भविष्य का निर्धारण करेगा : सीपी जोशी
जयपुर, 24 नवंबर (हि.स.)। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की जनता से मतदान की अपील करते हुए कहा है कि आमजन अपनी व्यस्त दिनचर्या से समय निकालकर शनिवार को मतदान जरूर करें। राज्य की जनता का हर वोट महत्वपूर्ण और वह वोट ही अगले पांच साल के भविष्य का निर्धारण करेगा।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की जनता से अपील करते हुए कहा है कि हर व्यक्ति वोट देने के लिए जाए तो कांग्रेस सरकार के पिछले पांच सालों में किए गए कुकर्मों को अपने ध्यान में रखे। ऐसे में राजस्थान से भ्रष्टाचार समाप्त करने, तुष्टीकरण खत्म कर सामाजिक समरसता के लिए और राज्य के विकास के लिए बढ—चढकर मतदान करें।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राज्य में 25 नवम्बर को विधानसभा चुनावों के लिए होने वाले मतदान में प्रदेश की जनता भाजपा को प्रचण्ड बहुमत देने में अपनी भूमिका निभाए। प्रदेश की जनता ने पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस सरकार के कुकर्मों और कुशासन से दुखी होकर इस सरकार को उखाड फैंकने का मन बना लिया है। इसके चलते प्रदेश में इस बार मतदान के दिन आमजन ईवीएम में कमल के सामने वाला बटन ऐसे दबाएंगे जैसे कांग्रेस नेताओं को सजा दे रहे हों। राजस्थान में आमजन को थानागाजी गैंगरेप पीडिता की चीत्कार और भीलवाडा भट्टी कांड पीडिता की कराह सोने नहीं दे रही है। ऐसे में ईवीएम में कमल के सामने वाला बटन दबाकर महिलाओं को सुरक्षित करने की दिशा में पहला कदम उठाया जाए।
उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले पांच साल के कांग्रेस शासन में समाज का हर वर्ग कांग्रेस की नीतियों और भ्रष्टाचार से तंग रहा है। यहां इस पर कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों ने भ्रष्टाचार का जो तांडव मचाया है वह राजस्थान के इतिहास में इससे पहले किसी ने नहीं देखा। राजस्थान में मुख्यमंत्री कोरोना काल के दौरान पूरे छह माह तक आमजनता को भगवान भरोसे छोडकर खुद महलों में कैद हो गए और आमजन आक्सीजन तथा दवाओं के लिए मारा मारा फिरता रहा। हालात यह रहे कि अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं मिली। इसके बाद भी मुख्यमंत्री का दिल नहीं पसीजा। राजस्थान की जनता कांग्रेस के इस कुशासन की राजनीति को समझ गई और भाजपा को मत देने की ठान ली।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि प्रदेश की जनता भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में मतदान करेगी और भाजपा की सरकार बनाएगी। राजस्थान में कांग्रेस के पांच सालों में अशोक गहलोत का एजेण्डा अपने परिवार और कुर्सी को ईदगिर्द ही घुमता रहा। राजस्थान में एक ओर छबडा, भीलवाडा, करौली, जोधपुर, नोहर, मालपुरा और जयपुर में हुए दंगे कांग्रेस सरकार की तुष्टीकरण का ही परिणाम है। इन दंगो में सबसे ज्यादा नुकसान बहुसंख्यक वर्ग का हुआ और इस सरकार ने इन दंगो तथा साम्प्रदायिक तनाव के लिए बहुसंख्यक वर्ग को ही जिम्मेदार ठहरया। इतना ही नहीं करौली में रामनवमी की यात्रा पर पथराव के लिए भी बहुसंख्यक वर्ग के किशोरो पर मुकदमें दर्ज किए गए जबकि इसमें कई किशोर तो वयस्क भी नहीं थे। ऐसे में बहुसंख्यक वर्ग पर कानूनी कार्रवाई और एक धर्म विशेष के लोगों पर कानूनी कार्रवाई नहीं करना प्रदेश की जनता ने देखा और समझ लिया। अब यह जनता ऐसी बहुसंख्यक विरोधी सरकार को उखाड फेंकने के लिए मतदान करेगी।
राज्य में 2 लाख से अधिक महिला उत्पीडन के मामले दर्ज हुए हैं, 35 हजार से अधिक दुष्कर्म, 15 हजार बच्चियों के साथ रेप, यहां प्रतिदिन 19 बलात्कार होते हैं और अकेले राजस्थान में 22 फीसदी दुष्कर्म के मामले होते है। फिर भी मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत पर कोई फर्क नहीं पड़ा और कानून व्यवस्था रोकने में नाकाम रही सरकार अपने राजधर्म का पालन नहीं कर पाई। इसके कारण राज्य में महिलाएं एकजुट होकर अशोक गहलोत के खिलाफ और नरेंद्र मोदी के साथ नजर आ रही हैं। वहीं किसानों से कर्ज माफी का वादा करने वाली गहलोत सरकार पांच साल में 5 प्रतिशत किसानों का भी कर्ज माफ नहीं कर पाई, उल्टे 19 हजार से ज्यादा किसानों की भूमि को नीलाम कर दिया। कांग्रेस नेताओं की इन दोगली नीतियों के कारण अब प्रदेश का किसान वर्ग कांग्रेस के किसी भी झांसे में नहीं आएगा और भाजपा के साथ मजबूती से खडा हो गया है जिससे राज्य में भाजपा का प्रचण्ड बहुमत के साथ सरकार में आना तय हो गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/ईश्वर