प्रकृति और संस्कृति दोनों समाज के पोषक तत्व है - दीया कुमारी
भीलवाड़ा, 11 जनवरी (हि.स.)। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सभी को अपनी सहभागिता निभानी होगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण, जल संरक्षण और मातृशक्ति पर आधारित कार्यक्रम प्रकृति और संस्कृति के उत्थान के लिए जनजागरूकता का सराहनीय प्रयास है। प्रकृति और संस्कृति दोनों समाज के पोषक तत्व है।
उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने गुरुवार को जिला मुख्यालय के चित्रकूट धाम में अमृता देवी पर्यावरण नागरिक (अपना) संस्थान एवं नगर परिषद भीलवाड़ा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हो रहे पांच दिवसीय हरित संगम पर्यावरण मेले के दौरान सभा को संबोधित कर रहीं थी। उन्होंने कहा कि सामाजिक दायित्व के निर्वहन के लिए लोगों को प्रेरित करने का यह प्रयास निश्चित ही बेहतर परिणाम लाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पर्यावरण सरंक्षण एवं जल संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इस संस्थान द्वारा 3 हजार केन्द्रों पर जल संरक्षण के कार्यकम चलाए गए। साथ ही 60 लाख पौधे लगाकर 300 से अधिक स्थानों पर सघन पौधारोपण किया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी भावी पीढ़ी के बारे में सोचना होगा साथ ही पर्यावरण संरक्षण की शुरुआत हमें अपने घर से ही करनी होगी। उन्होंने इस अवसर पर अमृता देवी बिश्नोई जिन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया, को याद किया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उनके योगदान की जानकारी दी और कहा कि उनके माध्यम से सभी पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनें कर्तव्यों को जाने। उन्होंने कहा कि आप लोगों द्वारा पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए छोटे से छोटे प्रयास भी आगे चलकर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमियों तथा अन्य वक्ताओं ने भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग, क्लाइमेट चेंज, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, तालाब निर्माण तथा प्लास्टिक, पॉलिथीन एवं केमिकल का उपयोग रोकने के संबंध में अपने महत्वपूर्ण विचार रखें। इससे पूर्व उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने चित्रकूट धाम में आयोजित फ्लावर शो का अवलोकन किया तथा तथा पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया और इसकी सराहना की।
हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द पेसवानी/ईश्वर