राज विस चुनाव: शहरी इलाकों की बजाय ग्रामीण क्षेत्र में दिखा मताधिकार के प्रति उत्साह

 




जयपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार ग्रामीण क्षेत्र में मतदान के रिकार्ड टूटे हैं। इस बार प्रदेश में 33 में से बत्तीस जिलों में शहरी मतदाताओं के मुकाबले ग्रामीण वोटर्स ने अपने मताधिकार के प्रति ज्यादा उत्साह का प्रदर्शन किया है। इनमें एकमात्र हनुमानगढ़ विधानसभा सीट ऐसी हैं, जहां ग्रामीण के मुकाबले शहरी मतदाताओं का आंकड़ा अधिक है। प्रदेश में कुल 75.45 प्रतिशत मतदान में शहरी और ग्रामीण वोटों की तुलना करें तो 71.23 प्रतिशत शहरी मतदाता पोलिंग बूथ पर वोट डालने पहुंचे वहीं 75.68 प्रतिशत ग्रामीण मतदाताओं ने अपना वोट दर्ज कराया।

निर्वाचन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के विश्लेषण से साफ होता है कि अजमेर जिले में 68.60 प्रतिशत शहरी तो 75.48 प्रतिशत ग्रामीण मतदान हुआ। इसी तरह अलवर में 71.01 शहरी और 75.55 प्रतिशत ग्रामीण, बीकानेर में 71.18 शहरी और 76.46 प्रतिशत ग्रामीण मतदान हुआ। बूंदी में 74.28 प्रतिशत शहरी और 77.89 प्रतिशत ग्रामीण, दौसा में 74.39 शहरी और 74.36 प्रतिशत ग्रामीण, धौलपुर में 73.13 प्रतिशत शहरी और 79.75 प्रतिशत ग्रामीण, डूंगरपुर में 65.60 शहरी और 75.98 प्रतिशत ग्रामीण, श्रीगंगानगर में 73.78 प्रतिशत शहरी और 80.47 प्रतिशत ग्रामीण, हनुमानगढ़ में 76.65 प्रतिशत शहरी और 67.57 प्रतिशत ग्रामीण, जयपुर में 72.67 प्रतिशत शहरी और 78.08 प्रतिशत ग्रामीण, जालोर में 70.64 प्रतिशत शहरी और 69.70 प्रतिशत ग्रामीण, जोधपुर में 67.40 प्रतिशत शहरी और 72.03 प्रतिशत ग्रामीण, करौली में 67.72 प्रतिशत शहरी और 69.55 प्रतिशत ग्रामीण, कोटा में 74.05 प्रतिशत शहरी और 79.28 प्रतिशत ग्रामीण, नागौर में 74.02 प्रतिशत शहरी और 72.15 प्रतिशत ग्रामीण, पाली में 70 प्रतिशत शहरी और 64.59 प्रतिशत ग्रामीण मतदान हुआ।

इसी प्रकार राजसमंद जिले में 70.99 शहरी और 73.48 प्रतिशत ग्रामीण, सिरोही में 65.47 शहरी और 68.98 ग्रामीण, सवाई माधोपुर में 66.98 शहरी और 71.10 ग्रामीण, टोंक में 73.28 शहरी और 72.94 प्रतिशत ग्रामीण, उदयपुर में 67.80 प्रतिशत शहरी और 75.73 प्रतिशत ग्रामीण, बाड़मेर में 71.65 प्रतिशत शहरी और 77.88 प्रतिशत ग्रामीण, भीलवाड़ा में 69.26 शहरी के मुकाबले 77.23 प्रतिशत ग्रामीण, चित्तौड़गढ़ में 72.46 शहरी के मुकाबले 82.06 प्रतिशत ग्रामीण, झालावाड़ में 72.60 फीसदी शहरी के मुकाबले 81.91 प्रतिशत ग्रामीण, झुंझुनूं में 68.95 फीसदी शहरी के मुकाबले 73.15 फीसदी ग्रामीण, प्रतापगढ़ में 71.65 फीसदी शहरी के मुकाबले 82.97 ग्रामीण, सीकर में 70.92 प्रतिशत शहरी के मुकाबले 73.64 प्रतिशत ग्रामीण, भरतपुर में 68.60 प्रतिशत शहरी के मुकाबले 72.58 प्रतिशत ग्रामीण, जैसलमेर में 73.19 प्रतिशत शहरी के मुकाबले 83.36 प्रतिशत ग्रामीण, चूरू में 70.69 फीसदी शहरी के मुकाबले 77.67 प्रतिशत ग्रामीण, बारां में 76.29 प्रतिशत शहरी के मुकाबले 80.70 फीसदी ग्रामीण और बांसवाड़ा में 67.05 प्रतिशत शहरी के मुकाबले 84.32 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्र में वोटिंग हुई।

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