राजस्थान के चार जिलों में आठ नए कोरोना पॉजिटिव, सक्रिय मामले बढ़कर 34 हुए

 


जयपुर, 27 दिसंबर (हि.स.)। राजस्थान में बुधवार को चार जिलों में कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 के आठ नए संक्रमित मिले। बुधवार को जयपुर में पांच और झालावाड़, झुंझुनूं और भरतपुर में एक-एक नया संक्रमित मिला। जैसलमेर में बुधवार को दो संक्रमित रिकवर हुए। इसके बाद सक्रिय मामले 34 रह गए।

कोरोना वायरस ने एक बार फिर तेजी से फैल रहा है। कोरोना के नए वेरिएंट जेएन-1 ने लोगों में दहशत पैदा कर दी है। देश के कई राज्यों में लगातार कोविड के मरीजों में इजाफा हो रहा है। राजस्थान में भी कोरोना को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। चिकित्सा विभाग की ओर से कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी की गई है। पिछले दिनों प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़े हैं, जिसकी वजह से चिकित्सा महकमा चिंतित है। अच्छी बात यह है कि प्रदेश में कोरोना के नए वेरिएंट का अब तक एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है।

अजमेर, दौसा, झुंझुनूं और भरतपुर के मरीजों में यह वैरिएंट मिला है। दौसा जिले में पॉजिटिव आए मरीज की पिछले दिनों मौत हो चुकी है। वह सिलिकोसिस बीमारी से भी पीड़ित था। अजमेर की कोरोना संक्रमित महिला स्वास्थ्य विभाग के ट्रैसिंग से बाहर है। महिला ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में अपना पता किशनगढ़ का बताया था, लेकिन जब मौके पर टीम पहुंची तो वो वहां नहीं मिली। उसका मोबाइल नंबर भी गलत है। एसएमएस मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी की सीनियर प्रोफेसर डॉ. भारती मल्होत्रा ने बताया कि पिछले दिनों कोविड के जो पॉजिटिव मरीज मिले थे, उनकी जिनोम सीक्वेंस की जांच एसएमएस मेडिकल कॉलेज की लैब में करवाई गई। इनमें से चार सैंपल की जांच में कोरोना के नए सब-वैरिएंट जेएन-1 की पुष्टि हुई है।

मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक इसमें एक मरीज दौसा का था, जबकि एक-एक मरीज झुंझुनूं, अजमेर और भरतपुर में मिले थे। दौसा में जो मरीज मिला था, उसकी पिछले दिनों एसएमएस अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो चुकी है। ये मरीज पहले से सिलिकोसिस बीमारी से पीड़ित बताया जा रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट्स सूत्रों की मानें तो कोरोना का सब वैरिएंट जेएन-1 ज्यादा खतरनाक नहीं है। इस वैरिएंट से प्रभावित जितने भी मरीज मिले हैं, उनमें बीमारी के हल्के लक्षण मिले हैं। हालांकि, जिन मरीजों की मौत हुई है, उनमें अधिकांश मरीज पहले से किसी न किसी बीमारी से पीड़ित थे। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट आने के बाद जहां ये मरीज रहते हैं, उनके एरिया के संबंधित जिला सीएमएचओ को सूचित किया है, ताकि वे मरीज की स्थिति देख सके और उसके आसपास के बीमार लोगों की सैंपलिंग करवा सके।

जेएन-1 वैरिएंट से संक्रमित 55 साल की महिला स्वास्थ्य विभाग के ट्रैसिंग से बाहर है। संक्रमित महिला ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में अपना पता किशनगढ़ का बताया था, लेकिन जब मौके पर टीम पहुंची तो वो वहां नहीं मिली। महिला की ओर से बताया गया मोबाइल नंबर भी गलत है। छब्बीस दिसंबर को 55 साल की एक महिला ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल में कोरोना जांच के लिए अपना सैंपल दिया। महिला ने बाकायदा अपना मोबाइल नंबर भी दिया और पता किशनगढ़ का लिखवाया, इसके बाद वो वहां से चली गई। मंगलवार रात आठ बजे स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन में महिला के जेएन-1 वैरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। इसके बाद जयपुर से अजमेर के मेडिकल कॉलेज को महिला के संक्रमित होने की सूचना दी गई। अजमेर मेडिकल कॉलेज से संक्रमित महिला से फोन कर संपर्क किया गया तो नंबर ही गलत निकला। बताए गए पते पर भी महिला नहीं मिली। अब चिकित्सा विभाग की टीमें महिला को खोज रही है।

राजस्थान में कोविड पॉजिटिव केसों की स्थिति देखें तो पिछले एक सप्ताह के दौरान 26 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा 10 केस जयपुर जिले में है, जबकि अजमेर, झुंझुनूं, भरतपुर, दौसा समेत अन्य जिलों में भी मरीज मिले हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर