राज विस चुनाव: बागियों की मौजूदगी से कई सीटों पर बने त्रिकोणीय मुकाबले के आसार
जयपुर, 6 नवंबर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए सियासी बिसात की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन सोमवार को राज्यभर में बड़ी संख्या में प्रत्याशियों ने पर्चा भरा है। अंतिम दिन जयपुर के आदर्शनगर, सिविल लाइंस और किशनपोल विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। वहीं, बाड़मेर सीट से भाजपा प्रत्याशी दीपक कड़वासरा ने तो निर्दलीय रूप में प्रियंका चौधरी ने भी ताल ठोकी है, जबकि अलवर जिले की रामगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी जय आहूजा ने नामांकन दाखिल किया है।
भाजपा उम्मीदवार गोपाल शर्मा ने सिविल लाइंस, रवि नैय्यर ने आदर्श नगर और चंद्र मनोहर बटवाड़ा ने किशनपोल विधानसभा सीट से नामांकन दाखिल किया। तीनों ही उम्मीदवारों के नाम भाजपा ने रविवार को ही घोषित किए थे। सिविल लाइंस सीट से चुनाव लड़ रहे गोपाल शर्मा ने कहा कि देश के लिए शहीद हुए परिवारों के लोगों ने उन्हें चुनाव लड़ने के लिए आशीर्वाद दिया है। देश के लिए शहीद हुए चंद्रशेखर आजाद, अशफाक उल्लाह खान, भगत सिंह और लोकमान्य तिलक, मंगल पांडेय के परिजनों ने उन्हें यह आशीर्वाद दिया है, इसलिए सिविल लाइंस का नामांकन एक अद्भुत नामांकन है।
भाजपा ने इस बार आदर्श नगर विधानसभा सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खास अशोक परनामी का टिकट काटकर सामाजिक कार्यकर्ता रवि नैय्यर को दिया है। रवि नैय्यर ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया और नामांकन के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि मैं 35 साल से एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में जनता के बीच में हूं और बच्चा-बच्चा और ढाणी ढाणी में लोग मुझे जानते हैं। परनामी से उनकी मुलाकात हो चुकी है और वे हमारे साथ हैं। वे कबड्डी के प्लेयर रहे हैं और खिलाड़ी को देखकर उन्हें और जोश आ जाता है। मैं रफीक खान को भी कोई चुनौती नहीं मानता और बहुत शानदार चुनाव लड़ूंगा। इसी प्रकार चंद्र मोहन बटवाड़ा ने भी सोमवार को किशनपोल विधानसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने मीडिया से कहा कि वे 100 फीसदी चुनाव जीतेंगे। बाहरी और आंतरिक सुरक्षा के लिए वे मतदाताओं के पास जाएंगे और उन्हें विश्वास दिलाएंगे वे अपनी जगह पर सुरक्षित हैं।
कांग्रेस से बागी राकेश मीणा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ताल ठोकी है। मीणा ने सोमवार को आमेर विधानसभा से नामांकन दाखिल किया है। कांग्रेस ने आमेर से प्रशांत शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं, आमेर विधानसभा सीट पर डॉ. सतीश पूनियां बीजेपी के प्रत्याशी हैं। नामांकन दाखिल करने के बाद राकेश मीणा ने कहा कि इस बार आमेर में रीत बदलेगी और निर्दलीय प्रत्याशी की जीत होगी। आमेर विधानसभा का चुनाव त्रिकोणीय हो गया है। नामांकन से महज कुछ घंटे पहले ही भाजपा ने बाड़मेर सीट पर अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया। सोमवार को भाजपा से प्रत्याशी दीपक कड़वासरा ने जबकि टिकट की मजबूत दावेदार मानी जा रही प्रियंका चौधरी ने निर्दलीय नामांकन भरा है। नामांकन के आखिरी दिन भाजपा प्रत्याशी दीपक कड़वासरा और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर डॉ प्रियंका चौधरी ने अपना नामांकन दाखिल किया। दोनों का जब कचहरी परिसर में आमना सामना हुआ तो एक-दूसरे को नमस्कार करते हुए आगे बढ़ गए। इससे पहले दीपक कड़वासरा ने प्रियंका चौधरी के पांव छूकर आशीर्वाद लिया।
नामांकन दाखिल करने के बाद दीपक ने कहा कि 15 साल पहले जिस तरह से मेरे दादा तगाराम चौधरी को बाड़मेर जनता ने भारी बहुमत से आशीर्वाद दिया था, इसी प्रकार जनता फिर से आशीर्वाद देगी और 15 सालों के सूखे को खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी बड़ा परिवार है, उसके अंदर थोड़ी बहुत नाराजगी चलती रहती है, यह हर परिवार की कहानी होती है। निर्दलीय प्रत्याशी डॉ प्रियंका चौधरी ने कहा कि चार तारीख को बीजेपी से नामांकन भरा था। इस विश्वास पर की पार्टी अपना प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और उसके बाद जन भावना को देखते हुए निर्दलीय नामांकन दाखिल किया है।भावुक होते हुए प्रियंका बोली कि पार्टी के इस निर्णय से दुःख हुआ है, लेकिन आज भी यही कहती हूं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे लिए पिता तुल्य और अमित शाह बड़े के भाई के समान हैं। उनको भ्रमित किया गया है, भ्रम में आकर शायद उन्होंने यह निर्णय किया है।
अलवर जिले की रामगढ़ सीट से भाजपा प्रत्याशी जय आहूजा ने नामांकन भरा है। नामांकन से पूर्व जय आहूजा ने कस्बे के सब्जी मंडी स्थित भैरुजी मंदिर से रैली निकालते हुए तहसील रंगमंच पहुंचे। रैली में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा आदि शामिल हुए। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर बागी रहे भाजपा के पूर्व प्रत्याशी सुखवंत सिंह ने आजाद पार्टी से नामांकन किया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बताया कि राजस्थान में फिर कमल का फूल खिलेगा और अच्छी बहुमत के साथ भाजपा सरकार बनाएगी। रामगढ़ में सुखवंत सिंह के बगावत करने के बाद अब त्रिकोणीय मुकाबले के हालात हैं। यहां कांग्रेस से पूर्व विधायक जुबेर खान और भाजपा से जय आहूजा मैदान में हैं।
कांग्रेस नेता लईक अहमद ने पार्टी से बगावत करते हुए सोमवार को सवाई माधोपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। भाजपा की बागी आशा मीणा के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल करने के बाद सवाई माधोपुर सीट पर भाजपा के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई। कांग्रेस नेता लईक अहमद के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने से कांग्रेस के समक्ष भी मुसीबत खड़ी हो गई है। आज सवाई माधोपुर सीट से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी मुकेश भुप्रेमी ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप