बिना छाती की हड्डी कटे किया बायपास

 


बीकानेर, 11 अगस्त (हि.स.)। हार्ट सर्जन डॉक्टर जयकिशन सुथार व उनकी टीम ने मरीज का बिना छाती की हड्डी कटे मिनिमलि इनवेसिव तकनीक द्वारा जटिल हार्ट आपरेशन किया। मरीज सुमन को काफी समय से दिल में दर्द, सांस उठना आदि समस्या होती थी, कार्डियोलॉजिस्ट से जांच करवाने पर डॉक्टर ने उन्हें एंजियोग्राफी करने की सलाह दी, एंजियोग्राफी करने पर मरीज के दिल की नसों में अत्यधिक ब्लॉकेज होने के कारण, हार्ट सर्जरी करवाने की सलाह दी। मरीज के इस तकनीक द्वारा चिकित्सकों ने छाती की हड्डी काटे बिना यह जटिल सर्जरी की।

अपेक्स हास्पिटल के वरिष्ठ हृदय शल्य चिकित्सक डा. जयकिशन सुथार ने बताया कि हृदय शल्य चिकित्सा की यह एक आधुनिक पद्धति है। इसमें पारंपरिक पद्धति की तरह छाती की हड्डियों को काटने व छाती को खोलने की आवश्यकता नहीं होती। यह पूरी प्रक्रिया बिना छाती की हड्डी कटे केवल सात से आठ सेंटीमीटर के छोटे से चीरे के माध्यम से होती है। कार्डियक एनेस्थेटिक डा. गिरीश तंवर ने बताया कि इसके बहुत से फायदे हैं जैसे छाती की हड्डी काटने नही पड़ती, कम से कम रक्त की हानि, जान की न्यूनतम जोखिम, संक्रमण की संभावना कम होना और लगभग दर्द रहित प्रक्रिया है, जबकि सामान्य बायपास सर्जरी में संक्रमण की संभावना अधिक रहना, अधिक रक्तस्राव और जान के जोखिम की संभावना अधिक रहती है।

अपेक्स हास्पिटल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनदीप मखवाना व मैनेजर सचिन सुथार ने कहा कि यह बीकानेर के लोगों के लिए काफी फायदेमंद है और बायपास, वाल्व वाले मरीज के लिए किसी वरदान से कम भी नहीं है। इससे मरीजों में व्याप्त हार्ट सर्जरी के डर व झिझक भी दूर होगी। मरीज की संपूर्ण रिकवरी अवधि के दौरान, आपका स्वास्थ्य प्रदाता आपकी प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए आपके संपर्क में रहेगा और आपको किसी बड़ी सर्जरी से उबरने के दौरान होने वाले तनाव और चिंता को प्रबंधित करने में मदद करेगा। सर्जिकल टीम पूरी प्रक्रिया के दौरान सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखती है। अपेक्स हास्पिटल के डायरेक्टर डा. सचिन झवर ने डा. जयकिशन सुथार, कार्डियक एनेस्थेटिक डा. गिरीश व उनकी पूरी हार्ट सर्जरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह की नई तकनीक वाली सर्जरी न केवल बीकानेर वासियों के लिए बल्कि पूरे राजस्थान के लिए गर्व की बात है।

हिन्दुस्थान समाचार / राजीव / ईश्वर