ढालोप प्रकरण में राजपूत समाज का कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन, सांसद का पुतला फूंका
पाली, 4 सितंबर (हि.स.)। ढालोप गांव में 16 जुलाई को जमीन विवाद को लेकर प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर विवाद बढ़ गया है। प्रशासन की ओर से बिना नोटिस के अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए बुधवार को राजपूत समाज संघर्ष समिति के बैनर तले राजपूत समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान बरसात शुरू हो गई लेकिन प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट के बाहर जमे रहे तो पुलिसकर्मी भी तुस्तैदी से सुरक्षा में तैनात रहे। दो-तीन बार प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेट हटाकर कलेक्ट्रेट में जाने का प्रयास किया। जिन्हें पुलिसकर्मियों ने रोका। बाद में मांगों को लेकर संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को ज्ञापन सौंपा। अधिकतर मांगों के निस्तारण का आश्वासन मिलने के बाद शाम करीब पांच बजे धरना समाप्त कर दिया। करीब पांच घंटे तक राजपूत समाज का धरना-प्रदर्शन चला।
इससे पूर्व सुबह करीब 12 बजे इंद्रा कॉलोनी राजपूत समाज के छात्रावास के रूप में सभी रैली के रूप में रवाना हुए। रैली नहर पुलिया, सूरजपोल होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। जहां राजपूत समाज के लोगों ने सांसद पीपी चौधरी का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान यहां आयोजित जन सभा को राजपूत समाज के वक्ताओं ने संबोधित किया। पूर्व विधायक खुशवीर सिंह, किसान संघर्ष समिति अध्यक्ष गिरधारी सिंह मंडली, गजेन्द्र सिंह कालवी, मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह व अन्य लोगों ने संभागीय आयुक्त प्रतिभा सिंह को अपनी 9 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। प्रमुख मांगों में बताया कि प्रकरण के तहत जिन पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन भेजा गया, उन्हें फिर से बहाल कर फील्ड पोस्टिंग दी जाए। साथ ही दूसरे पक्ष पर भी मुकदमा दर्ज करने। जब्त वाहन और वैपन वापस देने। हिस्ट्रीशीट नहीं खोलने, सामने वाले पक्ष के लोगों के भी अतिक्रमण की जांच करवाकर उन्हें हटाने की मांग की। हालांकि मांगों पर सहमति बनने पर शाम करीब पांच बजे धरना समाप्त किया। इसके साथ ही जिला कलेक्टर को भी हटाने की मांग की और उचित कार्रवाई नहीं होने पर 24 सितम्बर को फिर से धरना देने की चेतावनी दी।
कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान उत्तेजित प्रदर्शनकारियों ने जबरदस्ती कलेक्ट्रेट में जाने का प्रयास किया। जिन्हें वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने रोका। यहां पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों में कई बार धक्का-मुक्की और झड़प हुई। राजपूत समाज संघर्ष समिति के गजेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि ढालोप गांव में प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई दबाव में आकर की। उन्होंने बिना किसी तरह का नोटिस दिए कार्रवाई की जो गलत है। इससे पूरे राजपूत समाज में रोष है। उन्होंने कहा कि जिस भूखंड का विवाद है, वह भूखंड खरीदशुदा है। उस विवाद को लेकर जो मारपीट हुई उसमें दोषियों को पुलिस पकड़कर कानून के जरिए सजा दिलाएं हमें कोई ऐतराज नहीं, लेकिन कुछ नेताओं के दबाव में आकर जो चारदीवारी तोड़ने की कार्रवाई बिना किसी तरह का नोटिस दिए की गई, जिसका हम विरोध करते है।
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हिन्दुस्थान समाचार / रोहित