देवनानी ने  की हिन्दू विजय - युग प्रवर्तक पुस्तक और विधान सभा दैनन्दिनी 2024-25 राज्यपाल को भेंट

 


जयपुर, 3 सितंबर (हि.स.)। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने मंगलवार को यहां राजभवन में राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे से शिष्टाचार भेंट की। देवनानी ने राज्यपाल का शॉल ओढाकर और पुष्प गुच्छ भेंट कर अभिनन्दन किया। स्पीकर देवनानी ने छत्रपति वीर शिवाजी के विशिष्ट कौशल, अ‌द्भुत मूल्यों और वीर कर्मों पर आधारित हो. वे. शेषाद्री की पुस्तक हिन्दू विजय युग प्रर्वतक राज्यपाल को भेंट की।

राज्यपाल ने नवाचारों की सराहना की राज्यपाल ने राजस्थान विधान सभा की दैनन्दिनी 2024-25 का अवलोकन कर नवाचार की सराहना करते हुए प्रकाशन को देशभर के विधान मण्डलों के लिए नजीर बताया। राज्यपाल बागडे ने भारतीय नव वर्ष से प्रारम्भ विधान सभा डायरी देखकर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने डायरी में प्रत्येक महीने के आरम्भ में प्रकाशित महापुरुषों के चित्रों की पहल को महत्वपूर्ण बताते हुए इसकी सराहना की। स्पीकर देवनानी ने राज्यपाल को बताया कि राजस्थान विधान सभा के इतिहास में पहली बार दैनन्दिनी का प्रकाशन भारतीय वर्ष के अनुसार नव संवत्सर 2081 के माह चैत्र शुक्ल, प्रतिपदा से दैनन्दिनी को आरम्भ किया गया है। नई पीढी में महापुरुषों का स्मरण बनाये रखने के लिए विधान सभा की दैनन्दिनी में उनके चित्रों का समावेश किया है, ताकि लोगों को महापुरुषों के आदर्श जीवन से प्रेरणा मिल सके। अपने चिंतन से समाज को नई दिशा देने वाले तलवार, कलम और वाणी के धनी महापुरुषों भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर, महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान, छत्रपति शिवाजी, महर्षि दयानन्द सरस्वती, मीरा बाई, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, स्वामी विवेकानन्द, सुभाष चन्द बोस, महावीर स्वामी और चन्द्र शेखर आजाद के चित्रों का डायरी में समावेश किया है।

नवाचारों की पुस्तिका भेंट स्पीकर देवनानी ने राज्यपाल को विधान सभा में किये गये नवाचारों की पुस्तिका भेंट की। देवनानी ने राज्यपाल को बताया कि राजस्थान विधान सभा में आमजन के प्रवेश के लिए विधान सभा जनदर्शन, सदन को पेपर लैस किये जाने हेतु ई- विधान सभा, सत्र आरम्भ करने से पहले सर्वदलीय बैठक, सदन में लंच ब्रेक जैसी पहल आरम्भ करके नवाचार किये गये है।

विश्वविद्यालयों के लिए नवाचारों पर चर्चा राज्यपाल बागडे ने विधान सभा अध्यक्ष देवनानी से राज्य के विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की। राज्यपाल ने राज्य के विश्ववि‌द्यालयों विशेषकर तकनीकी विश्वविद्यालयों की शिक्षा में किये जाने वाले नवाचारों पर सुझाव दिये जाने के लिए देवनानी से अनुरोध किया।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश