उप मुख्यमंत्री ने किया राष्ट्रीय विद्यालयी कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारम्भ

 




जयपुर, 3 जनवरी (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा है कि बेटियां अपने दिल की-मन की बात सुनते हुए जीवन में अपने सपने और लक्ष्यों को साकार करने के लिए पूरी मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ें। उन्होंने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार को 67वीं राष्ट्रीय विद्यालयी कबड्डी प्रतियोगिता (17 वर्ष आयु छात्रा संवर्ग) का शुभारम्भ करने के बाद आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर अपने सम्बोधन में ‘फॉलो योर ड्रीम्स‘ के स्लोगन से बेटियों (खिलाड़ियों) में जोश और ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि जीवन में सदैव अपने दिल की बात सुने, यह कभी झूठ नहीं बोलता। उन्होंने कहा कि आज नेशनल स्कूली स्पर्धा में टीमों का प्रतिनिधित्व कर रही बेटियों का ‘गोल‘ कबड्डी खेलना और देश के लिए मैडल लाना है, इसे हमेशा अपने जेहन में याद रखें, ये ही खिलाड़ी आगे चलकर अपने कॅरिअर में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने में अवश्य कामयाब होगीं।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में नागरिकों को चुस्त-दुरुस्त बनाते हुए ‘स्ट्रेस फ्री‘ जीवन जीने की बुनियाद रखने के लिए ‘खेलो इंडिया‘ और ‘फिट इंडिया‘ जैसे कार्यक्रमों की पहल से खेलों में सफलता और प्रगति का आदर्श माहौल बना है। इनकी बदौलत हमारेे खिलाड़ी आज अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में अपनी कामयाबी से देश को गौरवांवित कर रहे है। उन्होंने उद्घाटन समारोह के दौरान स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और राजस्थान के ध्वजों का आरोहण किया, प्रतियोगिता के शुभारम्भ की घोषणा करते हुए बैंड की धुन पर मार्च पास्ट कर रही 29 टीमों की सलामी लीं। मार्च पास्ट की अगुआई आंध्र प्रदेश की टीम ने की और मेजबान राजस्थान की टीम सबसे अंत में मंच के सामने से गुजरी।

दीया कुमारी ने कहा कि खेलकूद ओवरऑल डवलमेंट का माध्यम है। कबड्डी एक अग्रेसिव सपोर्ट्स है, उन्हें स्वयं स्कूली दिनों में इसे खेलने का अवसर मिला, इसे खेलने में बहुज मजा आता है। उन्होंने कहा कि कबड्डी का खेल आज एशियाड के स्तर पर खेला जाता है, मगर इस बात की पूरी उम्मीद है कि आने वाले समय में यह ओलम्पिक का हिस्सा बनेगा और आज इस स्कूली स्पर्धा में भाग ले रही खिलाड़ियों में से ही कई आगे चलकर पीवी सिंधू, सायना नेहवाल, मैरीकॉम और पीटी ऊषा की तरह कबड्डी में देश के लिए विश्व स्तर पर मैडल जीतकर आएगी।

उद्घाटन कार्यक्रम की अध्यक्षता स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने की। उन्होंने इस अवसर पर बताया कि स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) द्वारा वर्ष भर में पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में नेशनल स्कूली स्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है। राजस्थान इस बार भाग्यशाली है क्योंकि एसजीएफआई ने हमें एक साथ छह खेलों की स्कूली नेशनल प्रतियोगिताओं के आयोजन की मेजबानी सौंपी है। दिसम्बर माह में बीकानेर में वेट लिफ्टिंग की नेशनल स्कूली स्पर्धा के आयोजन के बाद अब जयपुर में कबड्डी की राष्ट्रीय प्रतियोगिता हो रही है। उन्होंने बताया कि यह अपने आप में एक बड़ा आयोजन है, इसमें 26 राज्यों और तीन संगठनों सहित 29 टीमों के करीब 350 खिलाड़ियों के अलावा 87 ऑफिशियल भी भाग ले रहे हैं। आने वाले दिनों में सत्र 2023-2024 में कई और नेशनल स्कूली खेल स्पर्धाओं का राजस्थान में आयोजन होगा।

उद्घाटन कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल सैनी, राजस्थान राज्य कबड्डी संघ के अध्यक्ष तेजस्वी गहलोत, क्रीड़ा भारती, राजस्थान के संयोजक मेघसिंह मौजूद रहे। इसमें खिलाड़ियों, खेल प्रशिक्षकों सहित बड़ी संख्या में खेलप्रेमियों और गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की। राजस्थान की टीम की खिलाड़ियों कौरवी शर्मा और वर्षा गोलाड़ा ने सभी टीमों की खिलाड़ियों को खेल भावना की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का संचालन जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक (मुख्यालय) जयपुर राजेन्द्र हंस ने किया।

सवाई मान सिंह स्टेडियम में आगामी 8 जनवरी तक चलने वाली इस राष्ट्रीय विद्यालयी कबड्डी प्रतियोगिता की विजेता टीमों और श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को ट्राफी के अलावा नकद पुरस्कार राशि भी विशेष तौर पर दी जाएगी। टीमों में प्रथम स्थान के लिए 21 हजार रुपये, दूसरे के लिए 15 हजार रुपये और तीसरे स्थान के लिए 11 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी। प्रतियोगिता में बेस्ट रेडर, बेस्ट डिफेंडर और बेस्ट ऑलराउंडर को भी 5-5 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप