मिनरल एक्सप्लोरेशन रिपोर्टस और ऑक्शन ब्लॉक्स का डाटा एनजीडीआर पोर्टल पर होंगे उपलब्ध : खान सचिव
जयपुर, 24 जून (हि.स.)। राज्य की मिनरल एक्सप्लोरेशन रिपोर्टस और आक्शन ब्लॉक्स का रिकार्ड नेशनल जियोसाइंस डाटा रिपोजेटरी (एनजीडीआर) पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। इसके लिए 2600 जियोलोजिकल रिपोर्टस को अपलोड कराने का कार्य शुरु कर दिया गया है। इससे राजस्थान की खनिज संपदा और ऑक्शन ब्लॉक्स की जानकारी एक क्लिक में इस पोर्टल पर उपलब्ध हो सकेगी और देश दुनिया से कहीे से भी कोई भी इसे देख सकेंगे।
खान सचिव आनन्दी ने यह जानकारी सोमवार को खनिज भवन में राजस्थान राज्य खनिज अन्वेषण ट्रस्ट की कार्यकारी समिति की बैठक में दी। बैठक में निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल, आरएसएमईटी के सीईओ एनपी सिंह, जीएसआई, आईबीएम, एमईसीएल, आरएसएमएम के अधिकारी हिस्सा ले रहे थे। उन्होंने कहा कि एनजीडीआर पोर्टल पर अपलोड कराने का कार्य भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्पेस एप्लीकेशन एण्ड जियो-इन्फोरमेटक्स (बिसाग-एन)के माध्यम से शुरु कर दिया गया है। दस्तावेज के साथ ही संबंधित नक्शे और परिशिष्ट भी अपलोड होंगे। बिसाग-एन द्वारा संबंधित दस्तावेज स्केन करते हुए डिजिटाइजेशन का कार्य आरंभ कर दिया गया है और 650 जियोलोजिकल रिपोर्टस को स्केन कर लिया गया है।
आनन्दी ने गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी कोर लाइब्रेरी बनाने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंने कहा कि आरएसएमईटी इसके लिए आवश्यक तैयारियों के साथ राज्य सरकार को प्रस्ताव प्रस्तुत करें। उन्होंने आरएसएमईटी को खनिज खोज और ब्लॉक तैयार करने के कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। निदेशक माइंस भगवती प्रसाद कलाल ने बताया कि राज्य का खनिज डाटा एनजीडीआर पोर्टल के साथ ही प्रधानमंत्री गतिशक्ति पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे एक क्लिक पर देश दुनिया के भूविज्ञानियों को राजस्थान की खनिज संपदा और खनिज गतिविधियों की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। कलाल ने बताया कि इससे भूविज्ञान और माइनिंग क्षेत्र में शोध करने वाले जिज्ञासुओं की भी लाभ प्राप्त हो सकेगा।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी एनपी सिंह ने बताया कि बताया कि आरएसएमईटी द्वारा 110 माइनिंग लीज ब्लॉक ऑक्शन के लिए तैयार किये जा चुके है। इसके साथ ही खनिज खोज के लिए जियोमेपिंग, ड्रिलिंग, बोर कार्य, कोर सेंपल्स का विश्लेषण कार्य को किया जा रहा है। कार्यकारी समिति की बैठक में एडीजी आलोक जैन, एसएन डोडिया, एसजी सुनील वर्मा, जियोलोजिकल सर्वें ऑफ इंडिया, एबीएम, एमईसीए व आरएसएमएम के अधिकारियों ने खनिज खोज कार्य को गति देने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/संदीप