जयपुर में बढ़ रहा है क्राउडफंडिंग का चलन, मिलाप ने जरुरमंदों के लिए जुटाए 32.2 करोड़
जयपुर, 23 जुलाई (हि.स.)। जयपुर में जरुरत के समय क्राउडफंडिंग का चलन बढ़ रहा है। गैर सरकारी संस्था मिलाप ने राजस्थान में 22 हजार से अधिक फंडरेज़र्स की सुविधा उपलब्ध कराई, जिससे 32.2 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटी। मिलाप का प्लेफॉर्म निशुल्क और यूजर-फ्रेंडली है, जो आपात स्थिति के दौरान लोगों के लिए तेज़ी से फंड जुटाता है। मिलाप ने मंगलवार को शहर में एक कार्यक्रम के दौरान लोगों को जागरूक किया और क्राउडफंडिंग अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
ऑर्गेनाइजेशन की वाइस प्रेसिडेंट मान्या शर्मा ने कहा कि यह देखना वास्तव में प्रेरणादायक है कि वर्तमान डिजिटल क्रांति के कारण लोग किस प्रकार अपनी कम्यूनिटी के भीतर और उससे परे एक-दूसरे की मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं। इससे भी अधिक प्रसन्नता की बात यह है कि सहायता का प्रत्येक कार्य, चाहे दान का आकार कुछ भी हो, एक गहरा अंतर ला सकता है। कभी-कभी तो व्यक्तियों और उनके परिवारों को जीवन का दूसरा मौका भी मिल सकता है। हमारी 14 वर्ष की लंबी यात्रा लोगों की मदद करने की सच्ची मंशा, उनकी दयालुता और सामूहिक प्रोत्साहन को दर्शाती है, जो इस मूवनेंट को आगे बढ़ाता है। उन्होंने आगे बताया कि जयपुर ने क्राउडफंडिंग को अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अब तक शहर के 2,500 फंडरेज़र्स ने 17 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह राशि राजस्थान में गंभीर और उच्च स्तरीय देखभाल के लिए 6,600 फंडरेजर्स से जुटाई गई कुल 22 करोड़ रुपये की राशि में से है। हम अधिक से अधिक लोगों को क्राउडफंडिंग को अपनाने और जरूरत के समय मदद लेने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
इस कार्यक्रम में राजस्थान के लाभार्थी और कैम्पेन आयोजक एकत्रित हुए, जिन्होंने मिलाप के माध्यम से सफलतापूर्वक धन जुटाया है, ताकि जागरूकता पैदा की जा सके और अपनी व्यक्तिगत यात्रा और अनुभव साझा किए जा सकें।
शहर से मिलाप कैम्पेन के आयोजक, अधिराज सिंह ने अपने डोमेस्टिक हेल्पर के बेटे मनराज के लिए धन जुटाने का अपना अनुभव साझा किया, जिसे ग्लूकोमा के लिए करेक्टिव सर्जरी की आवश्यकता थी। उन्होंने बताया कि 79 डोनर्स की उदारता की बदौलत हमने मनराज की सर्जरी के लिए 1.75 लाख रुपये से ज़्यादा जुटाए, जिससे उनकी बाईं आंख बच गई। हालांकि उसकी लड़ाई जारी है, लेकिन वह ठीक हो रहा है और यह सब मिलाप के सहयोग और निर्बाध प्लेटफ़ॉर्म की वजह से संभव हो पाया है। टीम हमेशा सहायता के लिए उपलब्ध थी, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि धन जुटाने और निकालने की प्रक्रिया कुशलतापूर्वक संचालित की गई।
स्थानीय निवासी, सागर कुमार बैरवा ने बताया कि कैसे उनके परिवार की ज़िंदगी एक बाइक दुर्घटना की वजह से पूरी तरह से बदल गई, जिसमें उनका 5 महीने का बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना की वजह से उसके सिर में गंभीर चोट और उसके विकास में देरी आई। डॉक्टरों ने तत्काल सर्जरी को ही ठीक होने की एकमात्र उम्मीद बताया, लेकिन इसके लिए खर्चा उठाने में परिवार को संघर्ष करना पड़ा। एक करीबी दोस्त से मिलाप के बारे में जानने के बाद, उन्होंने इस प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से धन जुटाना शुरु किया। 168 डोनर्स के सहयोग से, उन्होंने उपचार के लिए आवश्यक राशि सफलतापूर्वक जुटा ली है, और बच्चे की सर्जरी जल्द ही होने वाली है।
'रक्षा' के फाउंडर, राहुल ने बताया कि मिलाप के माध्यम से वित्त पोषित, हमारे 'स्नेक रेस्क्यू प्रोजेक्ट' ने 137 उदार सपोर्टर्स की मदद से 1.47 लाख रुपए जुटाए। यह प्रोजेक्ट जयपुर और फुलेरा के आवासीय क्षेत्रों में सांपों को बचाता है और लोगों में जागरूकता बढ़ाता है। टीम ने हमें सफलतापूर्वक फंड जुटाने में मदद की, जिससे हमें रेपटाइल्स, घायल पक्षियों को बचाने और पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने में मदद मिली है। उनका यह प्लेटफ़ॉर्म हमारे दृष्टिकोण को साकार करने के लिए संसाधन और समर्थन प्रदान करता है।
'द बेटर फ्यूचर कलेक्टिव' के जिग्नेश ने बताया कि मिलाप सबसे अच्छे क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म में से एक है। हमने बहुत ही कम समय में पर्याप्त धनराशि जुटा ली, जिससे वंचित लड़कियों की शिक्षा में काफी मदद मिली। हमारा अनुभव बहुत अच्छा रहा है, और हम इस प्लेटफॉर्म के साथ फंडरेजिंग के अपने प्रयासों को जारी रखने के लिए तत्पर हैं।
हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर / संदीप