बाड़मेर शक्ति पीठों पर लगी भक्तों की भीड़ : घर-घर घट स्थापना, मंदिरों में गूंजे जयकारे

 


बाड़मेर, 3 अक्टूबर (हि.स.)। शारदीय नवरात्र पावन पर्व के पहले दिन गुरुवार को जिले के शक्ति पीठ स्थानों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। बाड़मेर शहर के पहाड़ी पर स्थित गढ़ मंदिर पर भक्तों की सुबह 4 बजे ही कतारें लगनी शुरू हो गईं। इसके बाद से लगातार भक्तों का आना-जाना जारी है। देवी मंदिरों को लाइटिंग व फूल मालाओं से सजाया गया है। युवा, युवतियां और महिलाएं मंदिर दर्शन के लिए पहुंचे। वहीं, उपवास और व्रत रखकर खुशहाली की कामना की।

जिले भर में अलग-अलग मुहूर्त में घर-घर घट स्थापना की गई। शहर के प्रमुख मंदिरों में आज सुबह से ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी। मंदिरों में खास सजावट की गई है। गढ़ मंदिर को आर्कषक रोशनी से सजाया गया है। मंदिरों में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस के जवानों को भी तैनात किया गया है। मंदिर ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने बताया कि इस बार गढ़ मंदिर में दर्शन के लिए सर्वाधिक भीड़ रही। मंदिर में सुबह का आयोजन हुआ। साथ ही 12 बजे घट की स्थापना अभिजित मुहूर्त में की गई।

दरसअल, नवरात्रा पर गुरुवार को घट स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6:14 से लेकर 7:21 तक रहा। इस दौरान कई घरों में इस मुहूर्त में घट स्थापना की गई। इसी तरह मंदिरों और घरों में अभिजीत मुहूर्त सुबह 11:45 से लेकर 12:33 बजे तक घरों में घट स्थापना की गई। 9 दिवसीय नवरात्र के पहले दिन गढ़ मंदिर पर सुबह 4 बजे से लंबी-लंबी कतारें लगी हुईं नजर आईं। साथ ही मंदिर परिसर में भक्तों ने मां के जयकारों के साथ दर्शन कर आशीर्वाद लिया। यह गढ़ मंदिर पर महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग कतारें बनाई थी। साथ ही व्यवस्था संभालने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

इस बार शारदीय नवरात्रा 10 दिन

इस बार मां दुर्गा पालकी में विराजमान होकर आ रही है। यही नहीं, इस बार 9 की बजाए 10 दिन तक माता की आराधना होगी। क्यों नवरात्र की एक तिथि की बढ़ गई है। खासा बात यह है कि इस बार नवमी के साथ विजयादशमी का पर्व एक दिन मनाया जाएगा। इस बार तृतीया तिथि की बढ़ने से इस बार 5 अक्टूबर व 6 अक्टूबर को तृतीय तिथि होगी। इस कारण नवरात्र का समापन 12 अक्टूबर को होगा। इसी दिन दशहरा मनाया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / चन्द्रशेखर