(अपडेट) राजस्थान के कई जिलाें में लगातार बारिश से बाढ़ के हालात, हादसाें में नाै लाेगाें की माैत
जयपुर, 5 अगस्त (हि.स.)। राजस्थान के कई जिलाें में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। पटरियों पर पानी भरने के कारण कई गाड़ियाें काे रद्द करना पड़ा। वहीं कुछ काे परिवर्तित मार्ग से चलाया गया। अजमेर जिले के पुष्कर सरोवर ओवरफ्लो होने के कारण आसपास के होटल-घरों को खाली कराने के निर्देश दिए गए हैं। हाईवे पर ढाई से तीन फीट तक पानी बह रहा है। स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। प्रभावित इलाकों को खाली कराया जा रहा है। इन एरिया में रेस्क्यू टीम को सक्रिय कर दिया गया है। भारी बारिश और बाढ़ की आशंका देखते हुए जैसलमेर, नागौर और पाली के जिला कलेक्टरों ने छह अगस्त को स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी है।
प्रदेश में सोमवार को बारिश के चलते नाै लोगों की मौत हो गई, जबकि 3 लापता हैं। जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ कस्बे में बरसात के कारण एक कच्चे मकान का कमरा ढह गया। पत्थर की पट्टियां गिरने से बागाराम पंवार (70), अगरो देवी (65) और पोते हरीश (15) की मौत हो गई। जोधपुर के बोरानाड़ा इलाके में फैक्ट्री की दीवार ढहने से 3 लोगों की मौत हो गई। बालेसर (जोधपुर) के गोतावर बांध में डूबने से युवक की जान चली गई। पाली के सादड़ी में रपट पार करते समय एक बाइक सवार बह गया। इसका शव तीन किलोमीटर दूर झाड़ियों में अटका मिला। सोजत के धीनावास गांव में कच्चा मकान गिर गया। एक महिला की मलबे में दबने से मौत हो गई। भरतपुर के बयाना में 2 किशोर गंभीर नदी में बह गए। भीलवाड़ा के मेनाल झरने में एक युवक बह गया। दोनों जगह बहे युवकों का कोई सुराग नहीं लगा। मौसम विभाग का अलर्ट है कि राजस्थान के कई जिलों में अति भारी बारिश तो कई जिलों में अत्यंत भारी बारिश होगी। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार मध्य प्रदेश के ऊपर बना डीप डिप्रेशन आज पूर्वी राजस्थान में पहुंच गया है। अब यह डीप डिप्रेशन कमजोर होकर डिप्रेशन में परिवर्तित हो गया है। इसके 24 घंटों में और धीरे-धीरे पश्चिमी राजस्थान की तरफ आगे बढ़ने तथा कमजोर होकर वेल मार्क लो प्रेशर में परिवर्तित होने की संभावना है।
ब्यावर जिले के हरिपुर रेलवे स्टेशन से 20 किलोमीटर दूर लालपुर क्षेत्र में भारी बारिश के दौरान ट्रैक पर पहाड़ का कुछ हिस्सा टूटकर गिर गया। इससे वहां से गुजर रही मालगाड़ी के तीन-चार डिब्बे पटरी से उतर गए। ब्यावर जिले के बांदनवाड़ा स्थित चारभुजा मंदिर के पास बिल्डिंग ढह गई। बिल्डिंग में दरार आने के बाद अंदर मौजूद लोग समय रहते बाहर निकल गए। रायपुर कस्बे की पीएचसी में अचानक बारिश का तीन फीट तक पानी भर गया। पिपलिया कलां में स्थित पीएचसी में डॉक्टर समेत पांच लोगों का स्टाफ मौजूद था। डॉ. कमलजीत सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से अस्पताल की चारदीवारी ढह गई।
जोधपुर के बोरानाड़ा इलाके में सोमवार सुबह फैक्ट्री की दीवार ढह गई। इसमें 13 मजदूर दब गए, जिसमें से तीन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दूसरी ओर, रविवार रात को बालेसर (जोधपुर) के गोतावर बांध में डूबने से युवक की जान चली गई। पाली के सादड़ी में परशुराम महादेव हंजावाव रपट (पुलिया के ऊपर से बहते पानी में) पर एक बाइक सवार बह गया। इसका शव तीन किलोमीटर दूर झाड़ियों में अटका मिला। पाली के सोजत इलाके के धीनावास गांव कच्चा मकान गिर गया। इस दौरान घर के सदस्यों ने बाहर भागकर अपनी जान बचाई। एक महिला गीता देवी पत्नी पारसमल की मलबे में दबने से मौत हो गई। जैसलमेर के मोहनगढ़ में मकान ढहने से दादा-दादी और पोते की मौत हो गई।
भीलवाड़ा के बिजौलिया में स्थित मेनाल झरने में एक युवक बह गया और 150 फीट नीचे गिर गया। युवक अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आया था। दोपहर में नहाते समय सेल्फी लेने के चक्कर में पैर फिसल गया। अजमेर के पीसांगन कस्बे में लूणी नदी उफान पर है। यहां कई छोटे बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। नदी में तेज बहाव के कारण नसीराबाद-बीकानेर हाईवे बंद हो गया है।
टोंक जिले की उनियारा तहसील के भानपुरा गांव निवासी जीतू (21) पुत्र नानूराम बावरिया रपट पार करते समय बाइक समेत बह गया। जीतू सोमवार दोपहर बाइक से भानपुरा से डिकोलिया जा रहा था। इसी दौरान भानपुरा बांध के रपट को पार करते हुए बाइक समेत बह गया। करीब 50 फीट की दूरी पर उसने पेड़ को पकड़ लिया। राहगीरों ने इसकी सूचना एसडीआरएफ को दी। एसडीआरएफ टीम ने शाम करीब 5.30 बजे मौके पर पहुंचकर उसे सुरक्षित निकाल लिया। टोंक की उनियारा तहसील क्षेत्र में गोठड़ा बांध के ओवरफ्लो होने से खेलनिया गांव में पानी घुस गया। पूरा गांव टापू बन गया है। एसडीआरएफ की टीम ने दो घंटे की मशक्कत कर नाव से फंसे हुए 21 लोगों को सुरक्षित निकाला।
जैसलमेर के पोकरण क्षेत्र झालरिया भाकरी गांव में दोपहर को कुछ राहगीर पानी के तेज बहाव में बहने लगे। ग्रामीणों ने रस्सियों की मदद से उनको बचाया। भरतपुर के बयाना सदर थाना इलाके के खिरकवास में गंभीर नदी में नहाने गए चार बच्चे डूब गए। ग्रामीणों ने दाे बच्चों को रेस्क्यू कर लिया, जबकि दाे बच्चे लापता हो गए। सूचना मिलने पर एसडीएम राजीव शर्मा, सीओ अमरसिंह मीणा, तहसीलदार विनोद मीणा, सदर थाना एसएचओ बलराम यादव टीम के साथ मौके पर पहुंचे। नदी में लापता हुए दोनों बच्चों की तलाश लगातार की जा रही है।
पाली जिले के सोजत शहर में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए। वार्ड नंबर 29 में बासनी तिलवाड़िया क्षेत्र में 39 लोग पानी में फंस गए। एसडीआरएफ की टीम ने उनको रेस्क्यू किया। कोटा जिले के कैथून थाना क्षेत्र के मानस गांव और रामराजपुरा के बीच झोजूं खाल (बरसाती नाला) में एक युवक बह गया। एसडीआरएफ की टीम युवक की तलाश में जुटी है। पटवारी हेमलता ने बताया कि बारिश के बाद बरसाती नाले में पानी भर गया। इसमें गांव के युवक नहा रहे थे। इस दौरान पंकज सुमन (14) डूबने लगा। उसे बचाने के लिए दोस्त हर्षल (19) पानी में उतर गया। लोगों ने पंकज को पानी से बाहर निकाल लिया, लेकिन हर्षल बहाव में आगे चला गया। पाली के सोजत इलाके के धीनावास गांव कच्चा मकान गिर गया। इस दौरान घर के सदस्यों ने बाहर भागकर अपनी जान बचाई। एक महिला गीता देवी पत्नी पारसमल की मलबे में दबने से मौत हो गई।
अजमेर के पीसांगन कस्बे में लूणी नदी उफान पर है। पीसांगन से गोविंदगढ़ जाने वाले रास्ते पर नदी का पानी पुलिया के ऊपर से बह रहा है। अजमेर जिले से नागौर जिले को जोड़ने वाले सभी कच्चे रास्ते पहले से ही बंद थे और अब नसीराबाद से बीकानेर को जोड़ने वाले हाईवे भी पानी के तेज बहाव के कारण बंद हो गया है। केकड़ी जिले के नागोला गांव में पुरानी इमारत बारिश की वजह से देखते ही देखते भरभराकर ढह गई। इमारत में कोई नहीं था और उसके आसपास भी कोई नहीं था। ऐसे में कोई जनहानि नहीं हुई।
हिन्दुस्थान समाचार / रोहित / ईश्वर